बिहार में BJP की बड़ी जीत ने पार्टी कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ा दिया है, 2024 की गिरावट के बाद आरएसएस को भी संतुष्ट किया है और अब पार्टी ममता बनर्जी और पश्चिम बंगाल को अगली बड़ी चुनौती मानकर आगे बढ़ रही है.
शिव सेना (यूबीटी) ने कांग्रेस के फैसले को हल्के में लिया, लेकिन दूसरे साथी एनसीपी (एसपी) ने इसे ‘बिहार में हार के बावजूद अहंकार में लिया गया चुनावी फैसला’ कहा.
बिहार की लगातार बदलती राजनीति में एक आदमी हमेशा स्थिर रहा है — नीतीश कुमार और BJP की बढ़ती महत्वाकांक्षाओं के बावजूद, उसकी सीमाएं यह सुनिश्चित करती हैं कि नीतीश अभी जल्द ही नहीं हटेंगे.
वरिष्ठ BJP नेता आर.के. सिंह ने शनिवार को इस्तीफा दे दिया. उन्हें पार्टी ने निलंबित कर दिया था. भ्रष्टाचार और शासन को लेकर उनके आरोप चुनाव से पहले ही उन्हें अपनी ही पार्टी के खिलाफ खड़ा कर रहे थे.
इंडिगो से सवाल पूछने के अलावा, यह भी पूछने का समय है कि पॉलिसी और रेगुलेशन ने एक बिज़नेस मॉडल को रेगुलेटर, पैसेंजर और सरकारी खजाने को बंधक बनाने की इजाज़त क्यों दी.