सीपीआई(एम) की 24वीं कांग्रेस के दूसरे दिन बोलते हुए, करात ने कहा कि वक्फ बोर्डों में सुधार और कायाकल्प की ज़रूरत है, लेकिन यह विधेयक नागरिकों को दिए गए संवैधानिक अधिकारों के खिलाफ है.
बुधवार को संसद में यह विधेयक पेश किया गया. इसका मकसद संपत्तियों के प्रबंधन को बेहतर बनाना और वक्फ कानून की कमजोरियों को दूर करना है. लेकिन आलोचकों का कहना है कि यह वक्फ बोर्ड की आजादी खत्म करने की कोशिश है.
ऐसा माना जा रहा है कि दिल्ली में बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व के साथ बैठक के बाद उन्हें काम पर वापस जाने के लिए राजी कर लिया गया और आश्वासन दिया गया कि उनकी चिंताओं का सम्मान किया जाएगा.
बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार यूनुस की पूर्वोत्तर पर टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा सहयोगी प्रद्योत ने कहा कि चटगांव के पहाड़ी इलाकों में हमेशा से स्थानीय जनजातियां निवास करती रही हैं, जो भारत का हिस्सा बनना चाहती थीं.
वक्फ संशोधन बिल को पिछले साल अगस्त में लोकसभा में पेश किया गया था, जिसके बाद आगे के विचार के लिए जगदंबिका पाल के नेतृत्व में एक संयुक्त संसदीय समिति का गठन किया गया था.
जबकि एआईएडीएमके का कहना है कि भाजपा के साथ गठबंधन पर कोई बातचीत नहीं हुई है, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पुष्टि की है कि भाजपा नेता क्षेत्रीय पार्टी के साथ बातचीत कर रहे हैं.
कांग्रेस अध्यक्ष के तौर पर 2018 में अपनी आखिरी इफ्तारी करने के बाद से राहुल पिछले 7 सालों में किसी दावत में शामिल नहीं हुए हैं, इस दौरान पार्टी को लोकसभा चुनावों में दो और हार का सामना करना पड़ा है.
नागपुर में भाजपा और आरएसएस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए, मोहन भागवत के साथ उन्होंने कहा कि लाखों स्वयंसेवक देश के विभिन्न हिस्सों में अथक और निस्वार्थ भाव से काम कर रहे हैं.