क्या समाचार मुश्किल तथ्यों की धारणा के बारे में है? सीएनएन इंटरनेशनल के एक एंकर ने कहा, “इज़रायल के लिए हालात अच्छे नहीं दिख रहे हैं”. बीबीसी वर्ल्ड पर एक गेस्ट ने कहा कि अस्पताल पर हमले का अंतरराष्ट्रीय जनमत पर “भयानक प्रभाव” पड़ेगा.
गांधी का मज़ाक उड़ाना और माचो सैन्यवाद का जश्न मनाना आसान है. लेकिन हम यह भूलने का जोखिम उठाते हैं कि जिस रास्ते पर उन्होंने हमें चलाया, उसका दुनिया भर में कई अन्य लोगों ने सफलतापूर्वक अनुसरण किया है.
1 रुपये और 50 पैसे के तांबे-निकल वाले सिक्कों को फिर से जारी नहीं करने का आरबीआई का फैसला, सिक्के के लंबे इतिहास का अंत लाता है जो 'फूटी कौड़ी' से शुरू हुआ था.
थलसेना के अफसरों को नौसेना या वायुसेना की यूनिटों में तैनात करना एकीकरण के विचार पर जबानी जमा खर्च करना ही है. इससे सेनाओं के बीच अपेक्षित तालमेल नहीं होने वाला.
कांग्रेस के लिए सबसे बड़ी चुनौती उभरती ‘हिंदू फर्स्ट’ पहचान की राजनीति को संबोधित करने और भारत की प्रतिस्पर्धी वैश्विक अर्थव्यवस्था का समर्थन करने के लिए नए विचार विकसित करना है.
इसमें निरीक्षण की कमी और सख्त रेगुलेशन नहीं होने के चलते यह कई बार मरीज को गंभीर जोखिम में डाल देता है. इसमें कई प्रकार की जटिलता है जिसके चलते कई सर्जिकल समस्या और मरीज मृत्यु भी हो सकती है.
खुली, तीखी, खरी, अनीतिपूर्ण और कभी-कभी अपमानजनक विशेषणों से लैस तारीफों से भरी कूटनीति. इसे हम ‘ट्रंप्लोमैसी’ कहते हैं. लेकिन इस सबके पीछे बड़ा मकसद होता है: अमेरिकी वर्चस्व बनाए रखना.