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Saturday, 22 November, 2025
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दलित शब्द ‘असंवैधानिक’ नहीं सशक्तिकरण का प्रतीक है

इसमें जो असंवैधानिक है वह यह कि मीडिया को 'दलित' शब्द का उपयोग करने से मना किया जा रहा है

2014 की तरह समाज और अर्थव्यवस्था में विकल्प चुनने का मौका गंवा चुका है भारत

भारत में जैकबूट कानून हैं, सरकार आपको कुचलने के लिए तैयार है और जनता ऐसी है जो अक्सर नहीं समझती कि ये दोनों कितनी...

अर्बन नक्सल: ‘यूजफुल इडियट्स’ का समूह जिससे 2019 में वोट भुनाना चाहती है भाजपा

भाजपा को किसी एक ‘समबडी’ के खिलाफ वोट मांगने की ज़रूरत है। मुस्लिमों और माओवादियों को साथ लेकर बुना गया 'टुकड़े-टुकड़े' का ताना बाना 2019 में खिलेगा

जीडीपी आंकड़े बने कांग्रेस और भाजपा की खोखली मर्दानगी साबित करने का जरिया

भारत के विकास की बड़ी तस्वीर जीडीपी के आंकड़ों जितनी चमकदार नहीं लेकिन इसे सामने लानेवाला कोई नहीं

कुलदीप नैयर: भारत के महान ‘स्कूप मैन’ जिन्होंने तोड़ी थी संपादकीय हेकड़ी

भारत के महानतम “स्कूप मैन” को अक्सर यह दुख सताता था कि वे कभी संपादक न बन पाए। हालांकि उन्होंने एक स्तंभकार, कूटनीतिज्ञ, सांसद...

यदि मोदी कर सकते हैं अहंकारी चीन से बातचीत, तो सिद्धू की पाकिस्तान यात्रा पर बवाल क्यों ?

अगर इमरान खान के शपथग्रहण समारोह में सिद्धू की शिरकत “राष्ट्रविरोधी” होती तो विदेश मंत्रालय उन्हें पाकिस्तान जाने की अनुमति ही नहीं देता

राजीव गाँधी और उनकी बीवी को चाहिए थीं कुछ अलग ही सुविधाएँ, इंदिरा ने अपने दोस्त से कहा था

बिना किसी मंत्री पद के अनुभव के बावजूद राजीव गांधी 40 वर्ष की आयु में प्रधानमंत्री बने थे

वाजपेयी, नवाज़ और मेरे बीच एक राज़ की बात जो अब भी उतनी ही महत्त्वपूर्ण है

नवाज़ शरीफ़ ने वाजपेयी से शांतिपूर्ण संबंध स्थापित करने की पूरी कोशिश की थी लेकिन सेना उनके आड़े आ गयी. इमरान के लिए हालात अलग नहीं होने वाले.

फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रॉन से क्या सीख सकते हैं नरेंद्र मोदी

‘सूट बूट की सरकार’ से तुलना किये जाने के बावजूद मैक्रॉन ने फ्रांस की आर्थिक प्रगति को तेज करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं

जब वाजपेयी ने लाल चौक पर झंडा फहराने को बेकरार भीड़ को होशियारी से संभाला

समस्या यह थी कि बड़ी संख्या में जम्मू पहुंचे कार्यकर्ताओं को श्रीनगर जाने से कैसे रोका जाए व बिना श्रीनगर गए नाराज़ कार्यकर्ताओं को वापिस घर कैसे भेजा जाए

मत-विमत

एक पसमांदा मुस्लिम महिला होने के नाते, मुझे दुख है भारत को तलाक-ए-हसन पर सवाल उठाने में 70 साल लगे

तलाक-ए-हसन को अक्सर “बेहतर” तरीका कहा जाता है क्योंकि यह प्रक्रिया तीन महीने तक चलती है, लेकिन यह न्यायसंगत नहीं है. भारत में यह अभी भी एकतरफा और न्यायिक व्यवस्था से बाहर चलने वाली प्रक्रिया है.

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मऊ में पुल से टकराने के बाद कार नाले में गिरी, युवक की मौत

मऊ (उप्र), 22 नवंबर (भाषा) मऊ जिले के हलधरपुर थाना क्षेत्र में एक अनियंत्रित कार पुल से टकराने के बाद नाले में गिर गई...

लास्ट लाफ

सुप्रीम कोर्ट का सही फैसला और बिलकिस बानो की जीत

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सर्वश्रेष्ठ कार्टून.