मीडिया कश्मीर के जख्मी लोगों की तस्वीर तो दिखाता है लेकिन फूटे सर वाले पुलिसकर्मी, टूटे कंधों वाले जवान और लंगड़ाते सुरक्षाबलों को नज़रंदाज़ कर जाता है.
भारत के 70% से ज्यादा लोग मांसाहारी हैं, लेकिन सरकार उन्हें शाकाहारी बनाने पर तुली हुई है! बीजेपी सरकारें मिड-डे मील में अंडा देने से बचती हैं और स्वास्थ्य मंत्रालय बताता है कि मांसाहार सेहत के लिए ठीक नहीं है!
मोदी को राष्ट्रीय स्तर पर उभारने में ऐसे अनेक हिन्दूवादियों की भूमिका रही है, जो उनके भीतर हिन्दुत्व का नया नायक खोज रहे थे. ऐसे लोग अब क्या सोच रहे हैं?
डिजिटल संप्रभुता सिर्फ सरकारी क्लाउड सिस्टम तक सीमित नहीं रह सकती. इसे नेटवर्किंग, सीडीएन, एआई और सुरक्षा की उन परतों तक फैलना होगा, जो पूरी अर्थव्यवस्था में गहराई तक फैली हुई हैं.