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Friday, 18 October, 2024
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भारतीय बैंकों के ज्यादातर ग्राहकों का रूझान अब बॉण्ड मार्केट की तरफ

बॉण्ड बाजार में जरा संभल के! अधिकतर खुदरा ग्राहकों, जो ज्यादा मुनाफे के लिए बॉण्ड मार्केट में पैसे लगा रहे हैं, को इससे जुड़े जोखिम का अंदाजा नहीं.

अब गेंद मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा के पाले में

बयानबाजी से बचने की न्यायपालिका की अघोषित अचार संहिता को तोड़कर जजों ने जो संकट पैदा किया है वह क्या मोड़ लेगा, यह मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा पर निर्भर है.

निराधार है यह ‘आधारोफोबिया’, सिर्फ ‘चीज और वाइन क्लास’ के लिए चिंता का विषय

अगर सरकार आप पर नजर रखना चाहे तो उसे 'आधार' को आधार बनाने की कोई जरूरत नहीं पड़ेगी. लेकिन गरीबों को अपने अधिकारों के लिए उसका सहारा लेने की जरूरत जरूर पड़ेगी.

दक्षिण एशिया में चीन की शातिर चालों का भारत को खोजनी होगी काट

चीन ने लोगों में, परियोजनाओं में निवेश को बढ़ाया है और इसके भारी फायदे उसे मिल रहे हैं. भारत को अपनी पकड़ बनाए रखने के लिए दोगुनी ज्यादा मेहनत करनी पड़ेगी.

क्या भ्रष्टाचार और सजा की जात होती है? बड़े-बड़े मामलों का मूल्यांकन तो यही कहता है

क्या ‘निचली’ जातियों और समूह के नेता ज्यादा भ्रष्ट होते हैं? यह सवाल तब भी उठा था जब एक मुकदमे में लालू यादव के खिलाफ फैसला आया था.

टूटते सेलेब्रिटी रिश्तों के बीच विराट-अनुष्का का अनोखा संगम

एक समय था, जब ग्लैमर की दुनिया में हरेक रिश्ता बिखर रहा था. इन सभी नकारात्मक उठापटक के बीच एक चमकदार जोड़ा आया, जो साथ रहने में यकीन करता है.

यदि टैक्स कलेक्शन को है बढ़ाना तो शेयर मार्केट में कैपिटल गेन टैक्स वापस है लाना

वित्त मंत्री के दावे सही हो सकते हैं लेकिन इनमें से कोई भी दावा उनके सामने खड़ी चुनौतियों की जटिलताओं को दूर नहीं कर सकेगा.

रजनीकांत अब नए परदे पर; तमिलनाडू की 234 सिटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी

अन्नादुरै, करुणानिधि, एमजीआर और जयललिता सरीखे दिग्गजों के इर्दगिर्द घूमती रही तमिल राजनीति में आए बड़े शून्य को भरने की कोशिश करेंगे सुपरस्टार रजनीकांत.

रजनीकांत का काम शब्दों मात्र से नहीं चलेगा; वह केंद्र में हैं, उनको करना होगा

ऐसा लगता है कि रजनीकांत साफ तौर पर खुद को मुक्तिदाता मानते हैं, कि उनकी सरकार एक आध्यात्मिक रास्ता अपनाएगी, जो नस्ल और जाति...

किस्सा कांशीराम का: दलित राजनीति का सूत्रपात करने वाले दिग्गज नेता की दास्तान

जिग्नेश मेवाणी के उदय से कांशीराम की यादें हो गयीं ताजा. उनके लिए बढ़ी उत्सुकता को देखते हुए प्रस्तुत है उनसे पहली मुलाकात और उनकी राजनीतिक शैली का लेखाजोखा.

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आखिरकार सिंधी आवाज़ को मिली जगह: भारत के विभाजन की नई कहानी एक प्रदर्शनी में

दिल्ली में विभाजन संग्रहालय अब सिंधियों के अनकहे दर्द के बारे में बताता है. इसमें मौखिक इतिहास, अभिलेखीय सामग्री, स्मृति कलाकृतियाँ और बिखरी हुई संस्कृति की समकालीन कला का मिश्रण है.

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पन्नू मामले की जांच पर भारत ने कहा, अमेरिका द्वारा दी गई जानकारी को बहुत गंभीरता से लिया गया है

नयी दिल्ली, 17 अक्टूबर (भाषा) सिख अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की कथित नाकाम साजिश के सिलसिले में गठित भारतीय जांच समिति...

लास्ट लाफ

सुप्रीम कोर्ट का सही फैसला और बिलकिस बानो की जीत

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सर्वश्रेष्ठ कार्टून.