सागर में मतदान के 48 घंटे बाद स्ट्रांगरूम में पहुंची ईवीएम, भोपाल में स्ट्रांगरूम के बाहर एलईडी बंद, सतना के स्ट्रांगरूम में पिछले दरवाजे से लाई गई सामग्री.
1925 में प्रकाशित गांधी की आत्मकथा बचपन से सार्वजनिक जीवन तक की कथा कहती है, लेकिन स्त्री-संसर्ग, ब्रह्मचर्य और नैतिक संघर्षों पर उनके आत्मस्वीकार एक अलग, असहज गांधी को सामने लाते हैं.