पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि जब हम बाल विवाह के खिलाफ आवाज उठा सकते हैं, सती प्रथा खत्म कर सकते हैं, दहेज प्रथा के खिलाफ खड़े हो सकते हैं तो तीन तलाक पर क्यों नहीं उठा सकते.
पीएम ने कहा कि देश के नौजवानों को डॉक्टर बनने का अवसर देने की ज़रूरत है. उन्होंने कहा कि इन्हीं चीज़ों को ध्यान में रखते हुए सरकार ने कई क़ानून बनाए हैं.
विकास मॉडल है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पिछले छह साल के स्वतंत्रता दिवस के भाषणों का सार, यहां से पता चल जाता है कि आगामी वर्षों में क्या होगी उनके काम की रूप-रेखा
दुर्रानी को एनएसए बनाकर पाकिस्तान ने बड़ी छलांग लगाई थी, लेकिन हैरानी नहीं कि वे एक साल भी इस पद पर नहीं रह पाए. 26/11 कांड को पाकिस्तानी फौज/आईएसआई की धोखाधड़ी मानते हुए परेशान होकर उन्होंने किनारा कर लिया.