सीबीआई ने वीडियोकॉन के चेयरमैन वेणुगोपाल धूत द्वारा कथित तौर पर दीपक कोचर द्वारा प्रमोट की गई फर्म और कुछ रिश्तेदारों को करोड़ों रुपये देने के मामले में प्रारंभित जांच शुरू की थी.
ईडी के अधिकारियों के अनुसार जांच में पता चला है कि ब्लैकलिस्ट कंपनियों को ठेके दिए गए. इन्हें जितने में ठेका दिया गया उसके बदले ज्यादा भुगतान किया गया.
1964 में गुजरात के दौरे ने लाल बहादुर शास्त्री को त्रिभुवनदास के. पटेल द्वारा स्थापित और वर्गीज़ कुरिएन द्वारा कुशलता से प्रबंधित डेरी के सहकारी मॉडल के लाभों के बारे में कायल कर दिया था.