ब्राह्मणवादी भोज प्रथायें, आईआईटी बॉम्बे हाल ही में जिसके आरोपण का गवाह बना, पूरे भारत के महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों के लिए नई नहीं है.
मेरे सबसे प्रिय...
चार असंतुष्ट जजों का कहना है कि मुख्य न्यायाधीश बेशक रोस्टर के मालिक हैं, लेकिन अपनी "पसंद की पीठों" को "चुनिंदा मामले सौंप कर" वे प्रोटोकॉल तोड़ रहे हैं.
हार्वर्ड और एमआइटी द्वारा स्थापित एड-एक्स कोर्स उपलब्ध कराने के लिए मोदी सरकार से कर रही बातचीत. ये भारत के अपने 'मूक' प्लेटफॉर्म 'स्वयं' पर उपलब्ध होंगे.
कई जिलों के निवासी सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में एनआरसी तैयार करने के काम से संतुष्ट हैं, उन्हें लगता है कि इससे अवैध प्रवासियों की पहचान में मदद मिलेगी.
भारत आज दुनिया में जिस बेहतर हैसियत में है वैसी स्थिति में वह शीतयुद्ध के बाद के दौर में कभी नहीं रहा. हमें तय करना पड़ेगा कि विश्व जनमत को हम महत्वपूर्ण मानते हैं या नहीं. अगर मानते हैं तो हमें उनकी मीडिया, थिंक टैंक, सिविल सोसाइटी के साथ संवाद बनाना चाहिए.