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Friday, 26 April, 2024
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प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री सेना दिवस पर अनुपस्थित, वेटरन्स डे पर जूनियर मंत्री घिरे

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केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री सुभाष भामरे का घेराव और नारेबाजी सरकार के लिए सेना दिवस से एक दिन पहले वेटरन्स डे पर एक कटु अनुभव था.

नई दिल्ली – सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण के राजधानी में वार्षिक सेना दिवस समारोह के कार्यक्रम में अनुपस्थित रहने से एक दिन पहले, सेवानिवृत्त सैनिकों द्वारा जूनियर रक्षा मंत्री के साथ असाधारण हंगामे और सवाल पूछ कर परेशान किये जाने के बाद से सरकार का आतंरिक वातावरण गड़बड़ हो गया था, दिप्रिंट को ऐसा ज्ञात हुआ.

नई दिल्ली में उपस्थित होने के बावजूद भी, मोदी और सीतारमण 15 जनवरी के सेना दिवस समारोह में अनुपस्थित थे. ऐसा कहा गया कि मोदी भारत के दौरे पर आए इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के स्वागत में व्यस्त थे. इस मामले को लेकर सशस्त्र बल के कुछ सेवानिवृत्त सैनिकों ने खुले तौर पर सरकार के खिलाफ कई सवाल उठाए.

आश्चर्य का विषय

सेना दिवस हर साल 15 जनवरी को मनाया जाता है और शाम को भारत के राष्ट्रपति का स्वागत सेना प्रमुख के घर पर किया जाता है. परंपरा के अनुसार घंटे भर के इस समारोह में प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री और अन्य वरिष्ठ अधिकारी हिस्सा लेते हैं, जो एक अनौपचारिक चाय के सत्र के साथ समाप्त होता है.

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हालांकि, इस वर्ष इस समारोह में किसी भी वरिष्ठ नेता को भाग लेते हुए नहीं देखा गया. मोदी और सीतारमण दोनों के इस समारोह में शामिल न हो पाने का कारण इजराइल के प्रधानमंत्री और उनके प्रतिनिधि मंडल के स्वागत सत्कार में व्यस्त होना बताया गया. सरकार का प्रतिनिधित्व जूनियर मंत्री भामरे ने किया था और इस समारोह में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल एवं विदेश और रक्षा सचिव दोनों शामिल थे.

हालांकि विदेश मंत्रालय के आधिकारिक रिकॉर्ड के अनुसार, मोदी और सीतारमण की अनुपस्थिति के इस व्याख्यान का खंडन होता है. इस रिकॉर्ड में दिखाया गया कि समझौतों पर हस्ताक्षर करने का समारोह और इजराइली प्रतिनिधि मंडल के लिए दोपहर के भोजन का कार्यक्रम सेना दिवस कार्यक्रम से लगभग डेढ़ घंटे पहले 3 बजे ही समाप्त हो गया था.

इस समारोह के दौरान मोदी की अनुपस्थिति के कारण कई सेवानिवृत्त सैनिकों ने खुलेआम सरकार के खिलाफ बोलते हुए नाराजगी दिखाई.

पूर्व सेना प्रमुख वेद प्रकाश मलिक ने ट्वीट किया कि “सेवानिवृत्त वरिष्ठ अधिकारियों के बीच बहुत सारी अटकलें हैं, निश्चित रूप से स्थिति असामान्य हो रही है”.

प्रधानमंत्री ने पिछले नौसेना दिवस और वायु सेना दिवस के समारोहों में भी हिस्सा नहीं लिया था, क्योंकि उस समय मोदी गुजरात की यात्रा पर थे. हालांकि इससे पहले इन्होंने नियमित रूप से सभी समारोहों में हिस्सा लिया है.

भामरे का वृत्तांत

14 जनवरी को वेटरन्स डे पर सेना के मानेकशॉ सेंटर में रक्षा मंत्रालय द्वारा आयोजित ओपेन हाउस मीटिंग के मुख्य अतिथि भामरे थे.

जो एक सौहार्दपूर्ण कार्यक्रम होना चाहिए था, वो बेहतर पेंशन और वन रैंक-वन पेंशन नीति के “पूर्ण कार्यान्वयन” की माँग के नारों और मंत्री के घेराव के साथ हंगामें की तरफ बढ़ता चला गया.

इस विरोध प्रदर्शन में (रिटायर्ड) मेजर जनरल सतबीर सिंह शामिल थे, जो पेंशन को बढ़ाने के लिए विरोध प्रदर्शन की अगुआई करते हुए विवादास्पद भी रहे हैं.

भामरे को इस स्थान से, जहाँ सेवानिवृत्त सैनिकों ने नारेबाजी करते हुए हंगामा खड़ा किया, सुरक्षित बाहर निकाला गया.

इस घटना के बाद से, सतबीर सिंह के खिलाफ सेवानिवृत्त सैनिकों के समूह में ई-मेलों और संदेंशों की बाढ़ आ गई.

एक संदेश में लिखा हुआ था कि “यह आपके साथ साथ उन लोगों का भी बहुत घटिया प्रदर्शन है जिन्होंने दिल्ली में वेटरन्स डे समारोह के दौरान नारे लगाए”.

दूसरे संदेश में लिखा था, “सेवानिवृत्त सैनिकों को सम्मानित किए जाने के उद्देश्य वाले इस आयोजन में बाधा उत्पन्न करना एक बुजुर्ग जनरल के लिए भी अशोभनीय है – जिन्होंने अपने खुद के सेवाकाल में कभी भी ऐसी परेशानी का सामना नहीं किया. मैं आपको खुले शब्दों में और ईमानदारी से बता दूं कि जो सम्मान हम आपको युद्ध में एकजुटता और बहादुरी दिखाने के लिए देते थे, वह वन रैंक वन पेंशन में आपके द्वारा की गई गतिविधियों और आपके आचरण के कारण खत्म हो रहा है. ऐसा करके आप सेवानिवृत्त सैनिकों के परिवार और समुदाय को नुकसान पहुँचा रहे हैं”.

एक और सन्देश में लिखा था कि “सेवारत सैनिकों द्वारा आयोजित कार्यक्रम में सेवानिवृत्त सैनिकों से यह उम्मीद नहीं थी और ये हमारे शिष्टाचार के खिलाफ था”.

इसमें जूनियर मंत्री का घेराव करके नारेबाजी करते हुए कई चित्रों को भी प्रकाशित किया गया है.

(दिप्रिंट ने सतबीर सिंह तक पहुँचकर समीक्षा करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने अभी तक कोई जवाब नहीं दिया है. अगर कोई भी जानकारी मिलती है तो शीघ्र ही प्रकाशित की जाएगी.)

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