सागर में मतदान के 48 घंटे बाद स्ट्रांगरूम में पहुंची ईवीएम, भोपाल में स्ट्रांगरूम के बाहर एलईडी बंद, सतना के स्ट्रांगरूम में पिछले दरवाजे से लाई गई सामग्री.
भारत आज दुनिया में जिस बेहतर हैसियत में है वैसी स्थिति में वह शीतयुद्ध के बाद के दौर में कभी नहीं रहा. हमें तय करना पड़ेगा कि विश्व जनमत को हम महत्वपूर्ण मानते हैं या नहीं. अगर मानते हैं तो हमें उनकी मीडिया, थिंक टैंक, सिविल सोसाइटी के साथ संवाद बनाना चाहिए.