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शनिवार, 24 मई, 2025
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उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में गोकशी के शक में बवाल, युवक और इंस्पेक्टर की मौत

एक गांव के खेत में गोवंश मिलने के विरोध में लोगों ने लगाया था जाम, पुलिस और भीड़ में संघर्ष के चलते एक युवक और इंस्पेक्टर की मौत.

फेक न्यूज के खिलाफ व्हाट्सएप ने भारत में चलाया अभियान

भारत में 20 करोड़ उपयोगकर्ताओं वाले मैसेंजिंग प्लेटफॉर्म पर गलत सूचनाएं फैलने के बाद भीड़ द्वारा हत्या की घटनाएं भी घटीं, जिसके बाद सरकार सख्त हुई.

रोटी चावल के लिए अपना सिर नहीं झुका सकता: जस्टिस कुरियन जोसेफ

सेवानिवृत्त होने के एक दिन बाद जस्टिस कुरियन जोसेफ ने दिप्रिंट से अपने सरकारी पद लेने से इनकार करने के फैसले के बारे में बताया.

भारतवंशी-अमेरिकी ने बच्चों की शिक्षा के लिए दान में दी अपनी सारी दौलत

सहारनपुर के रामपुर-मनिहारन में पैदा हुए विनोद गुप्ता ने यहां की है बिल क्लिंटन स्कूल और हिलेरी क्लिंटन नर्सिंग स्कूल की स्थापना.

मध्य पदेश में कुछ जगह ईवीएम पहुंचने में देरी के बाद स्ट्रांगरूम पर कां​ग्रेसियों का डेरा

सागर व अनूपपुर में मतदान के दो से तीन दिन बाद ईवीएम पहुंचने और भोपाल के स्ट्रांगरूम की तीन घंटे बिजली गुल रहने पर सवाल उठ रहे हैं.

भोपाल गैस त्रासदी के लिए ज़िम्मेदार कंपनी से मोदी के रिश्ते: पीड़ितों के संगठन

गैस पीड़ितों की लड़ाई लड़ने वाले चार संगठनों का आरोप, मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद से आपराधिक कंपनी का बचाव किया जा रहा है.

‘मूकनायक’: डॉक्यूमेंट्री के ज़रिये आंबेडकर को दुनिया के समक्ष पेश करेगी सरकार

सरकार का मानना है कि संविधान को एक प्रगतिशील और आधुनिक दस्तावेज़ के रूप में पेश कर यह फिल्म भारत की सौम्य शक्ति वाली छवि को भी मज़बूत करेगी.

मध्य प्रदेश में ईवीएम पर घमासान, सरकारी मशीनरी संदेह के घेरे में

सागर में मतदान के 48 घंटे बाद स्ट्रांगरूम में पहुंची ईवीएम, भोपाल में स्ट्रांगरूम के बाहर एलईडी बंद, सतना के स्ट्रांगरूम में पिछले दरवाजे से लाई गई सामग्री.

विलय के विरोध में 26 दिसंबर को बैंकों की हड़ताल का ऐलान

कर्मचारियों ने कहा, सरकार संकीर्ण सोच की है. वह फंसे हुए कर्जों की समस्या सुलझा नहीं सकती. वह केवल सरकारी बैंकों को नष्ट करना चाहती है.

सड़क छाप राजनीति छोड़ें, सड़कों ​की दुनिया से जुड़ें

ये जो नाम बदलने का सिलसिला है वो लंबे समय से चला आ रहा है. ये सत्ता, ताकत और ज़िद्द तीनों आधारों पर चलता है.

मत-विमत

‘N-वर्ड’ एक नया दौर है — भारत की सॉफ्ट पावर अब उसकी हार्ड रियलिटी है

भारत आज दुनिया में जिस बेहतर हैसियत में है वैसी स्थिति में वह शीतयुद्ध के बाद के दौर में कभी नहीं रहा. हमें तय करना पड़ेगा कि विश्व जनमत को हम महत्वपूर्ण मानते हैं या नहीं. अगर मानते हैं तो हमें उनकी मीडिया, थिंक टैंक, सिविल सोसाइटी के साथ संवाद बनाना चाहिए.

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राजनीति

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मिस इंग्लैंड ने ‘पारिवारिक कारणों’ से मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता बीच में छोड़ी : आयोजक

हैदराबाद, 24 मई (भाषा) मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता 2025 में इंग्लैंड का प्रतिनिधित्व कर रही मिला मैगी अपनी मां की तबीयत बिगड़ने के कारण प्रतियोगिता...

लास्ट लाफ

सुप्रीम कोर्ट का सही फैसला और बिलकिस बानो की जीत

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सर्वश्रेष्ठ कार्टून.