चौधरी ने पिछले महीने के अंत में यह कहते हुए इस्तीफा ज़ी मीडिया से दे दिया था कि वह 'अपना खुद का उद्यम' शुरू करना चाहते हैं, लेकिन इस बीच इस कंपनी के शीर्ष प्रबंधन के साथ उनके कथित सत्ता संघर्ष की ख़बरें भी छन कर आई थीं.
1925 में प्रकाशित गांधी की आत्मकथा बचपन से सार्वजनिक जीवन तक की कथा कहती है, लेकिन स्त्री-संसर्ग, ब्रह्मचर्य और नैतिक संघर्षों पर उनके आत्मस्वीकार एक अलग, असहज गांधी को सामने लाते हैं.