औरतों ने पहले फेसबुक पर आना शुरू किया, फिर इंस्टाग्राम, यूट्यूब पर और अब टिक टॉक पर तो वो बूढ़ी दादियां भी आ गई हैं जो इंटरनेट को उंटरनेट या ‘मुझे नहीं पता क्या होता है’ कहती थीं.
भगवा वस्त्र पहने स्थानीय युवकों ने पीटते वक्त इन कश्मीरियों पर अभद्र टिप्पणी करते हुए लाठियां बरसाई. दोनों युवक लखनऊ में ड्राई फ्रूट बेचने का काम करते हैं.
किसी भी निष्पक्ष टिप्पणी में यह तथ्य शामिल होगा कि इस मुद्दे पर सरकार ने विपक्ष की स्थिति को स्वीकार कर लिया है; एक ऐसी स्थिति जिसके खिलाफ उसने बार-बार आवाज उठाई और जिसका सम्मान करने से लंबे समय तक इनकार किया.