नवीन कुमार का आरोप है कि उक्त महिला ने उन्हें नौकरी दिलाने का वादा किया था पर वो मुकर गई और उससे लिए पैसे भी नहीं लौटाए. पैसा वापिस मांगने पर उनको धमकियां दीं गईं.
तीन जजों की खंडपीठ में अरुण मिश्रा, रोहिंटन नरिमन और दीपक गुप्ता ने कहा कि जो सूचना बैंस ने दी है उसे गुप्त रखा जाए, क्योंकि इसमें कथित रूप से मुख्य न्यायाधीश पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाने का षड़यंत्र रचा जा रहा है.
सीजेआई पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली महिला की जमानत रद्द करने की सुनवाई 23 मई को होगी. महिला पर धोखाधड़ी, धमकाने और आपराधिक साजिश का मामला है दर्ज.
ऐडवोकेट उत्सव बैंस का दावा था कि उन्हें एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा 'प्रेस क्लब ऑफ इंडिया' में न्यायमूर्ति रंजन गोगोई को फंसाने और सुप्रीम कोर्ट के पूर्व कर्मचारी का प्रतिनिधित्व करने के लिए बुलाया गया था.
प्रधान न्यायाधीश के घर पर स्थित कार्यालय में काम कर चुकी महिला फिलहाल जमानत पर है और दिल्ली पुलिस ने इसे रद्द कराने के लिए इस महीने की शुरुआत में एक जिला अदालत में अर्जी दी थी.
आरएसएस के सरसंघचालक अगर ‘मंदिर तोड़कर मस्जिद बनाने’ के बढ़ते दावों पर रोक लगाने की अपील कर रहे हैं तो इसके पीछे यह एहसास है कि यह मसला कहीं भाजपा सरकार के काबू से बाहर न हो जाए .