चक्रवात तौकते कर्नाटक के तटीय और मलनाड जिले के आसपास कहर बरपा रहा है. अधिकारियों ने रविवार को बताया कि राज्य में अभी तक इस चक्रवात के कारण चार लोगों की मौत हुई है.
जहां कुछ स्टडीज़ कहती हैं कि सीटी स्कैन्स से रेडिएशन का बहुत जोखिम रहता है, वहीं कुछ दूसरी स्टडीज़ इससे इनकार करती हैं. लेकिन एक्सपर्ट्स का कहना है कि सीटी स्कैन्स का अंधाधुंध इस्तेमाल नहीं होना चाहिए.
डॉक्टरों का कहना है कि अपने चारों तरफ हो रही मौतों को देखने के बाद मरीज़ों में फीयर साइकोसिस बढ़ रहा है. इस कंडीशन के बाद यूपी के झांसी जिले के सबसे बड़े अस्पताल में एक मरीज़ की मौत हो गई.
मुर्दाघर कर्मचारियों को 11 घंटे की शिफ्ट में काम करने के लिए प्रतिदिन सिर्फ 50 रुपये मिलते हैं. वे बताते हैं कि पीपीई किट पहनने और पूरी सावधानी बरतने के बावजूद मरीजों के रिश्तेदार पास नहीं आना चाहते और इसका नतीजा ये होता है कि कभी-कभी शवों की गलत पहचान भी हो जाती है.
जगजीत सिंह डल्लेवाल के नेतृत्व में किसानों के लिए ‘एमएसपी’ की कानूनी गारंटी की मांग को लेकर चल रहा आंदोलन 2020-21 में नए कृषि कानूनों के खिलाफ चले आंदोलन की छाया मात्र है क्योंकि एमएसपी आज पहले की तरह प्रमुख मुद्दा नहीं रह गया है.