दिप्रिंट ने अदालत की सुनवाई में भाग लेने के लिए वहां दो दिन बिताए अभियोजन और बचाव पक्ष के वकीलों से बात की, अदालत के रिकॉर्ड, सबूत और बयानों के माध्यम से गुजरे और मुकदमे की स्थिति को जाना, जो हमें मिला वो इस प्रकार है.
आपको बता दें कि जगदम्बिका पाल पाल की अध्यक्षता वाली इस समिति में कुल 31 सदस्य हैं, जिसमें से दो पद खाली हैं. लेकिन इस मीटिंग में महज़ चार सदस्य पहुंचे थे.
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के साउथ कैंपस की डिप्टी चीफ प्रॉक्टर प्रोफेसर किरण दामले द्वारा आरएसएस के ध्वज को उतारे जाने के बाद संघ कार्यकर्ताओं ने उनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करा दी.
जम्मू-कश्मीर प्रशासन हिरासत में चल रहे नेताओं का कड़ाके की ठंड के कारण 40 दिन जम्मू के लिए स्थानांतरण चाहता है, इसे चिल्ला-ए-कलां कहा जाता है जो 21 दिसंबर से शुरू होने वाला है.