अमित भारद्वाज, जिसने कथित तौर पर 2,000 करोड़ रुपये का चूना लगाकर कई लोगों को ठगा और दुबई चला गया, बुधवार को भारत पहुंचा और जाँच एजेंसियों को सौंप दिया गया है।
इसके कारण एक ऐसी व्यवस्था आकार लेती है जिसमें आम नागरिक हाशिये पर धकेल दिया जाता है, जबकि कॉर्पोरेट घराने अपनी मनमर्ज़ी चलाते हैं और समतामूलक संवाद या सच्ची सार्वजनिक जवाबदेही के लिए कम गुंजाइश ही बच पाती है.