कोलकाता के एक होटल से पकड़े गए व्यक्ति ने दावा किया कि वो बीएनपी का पूर्व नेता है, जो अवामी लीग से विवाद के बाद बांग्लादेश से भाग आया. अवैध रूप से भारत में प्रवेश करने के आरोप में नादिया से 4 अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
राज्य सरकार ने 2020 में सीएए के विरोध में हुए प्रदर्शनों के दौरान भी ऐसा ही किया था, लेकिन इलाहाबाद हाई कोर्ट ने ‘नाम उजागर करने और शर्मसार करने’ और लोगों की निजता का उल्लंघन करने के लिए उसे फटकार लगाई थी.
पुलिस का कहना है कि मौतें ‘देसी पिस्तौल से लगी गोलियों’ के कारण हुईं. स्थानीय लोगों का आरोप है कि पुलिस जिम्मेदार है. शाही जामा मस्जिद का दूसरा सर्वेक्षण करने के लिए टीमों के पहुंचने के बाद शहर में तनाव बढ़ गया है.
साइबर अपराध थाना प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि सेक्टर 50 निवासी संजय शर्मा ने रिपोर्ट दर्ज कराई है कि सोशल मीडिया के माध्यम से कुछ लोगों ने उनसे संपर्क किया तथा निवेश का झांसा देकर उन्हें अपने जाल में फंसाया.
राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में, दिल्ली में आईपीसी अपराध दर सबसे अधिक और आरोपपत्र की दर तीसरी सबसे कम दर्ज की गई है. इस बीच, केरल में लापरवाही और लापरवाही से गाड़ी चलाने से संबंधित अपराधों की सबसे ज्यादा अपराध दर दर्ज की गई.
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो 2022 की रिपोर्ट के अनुसार, आईपीसी के तहत अपराधों के पंजीकरण में गिरावट देखी जा रही है - यह 2022 में 35.6 लाख से घटकर 2021 में 36.6 लाख, यानी 2.78% हो गई है.
यह समझ से परे है कि भाजपा जब भारत की सबसे मज़बूत पार्टी की स्थिति में है, तब वह जाति जनगणना जैसे विघटनकारी कदम को क्यों उठाए. अगर राहुल गांधी जैसे विपक्षी नेता ऐसी विघटनकारी राजनीति करते हैं, तो बात समझ में आती है. वे भाजपा के राजनीतिक प्रभुत्व को तोड़ने के लिए बेताब हैं, लेकिन भाजपा क्यों?