केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, देश में उपचाराधीन मरीजों की संख्या कम होकर 4,02,188 हो गई है, जो कुल मामलों का 1.27 प्रतिशत है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के रविवार सुबह आठ बजे तक अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या कम होकर 4,06,822 हुई, जो संक्रमण के कुल मामलों का 1.27 प्रतिशत है. कोरोना वायरस से स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर 97.39 प्रतिशत है.
केरल के पठानमथिट्टा जिले, जहां प्रसिद्ध सबरीमाला मंदिर स्थित है, के अधिकारियों का कहना है कि ब्रेकथ्रू कोविड संक्रमण के मामले यह संकेत भी देते हैं कि हमारी टीकाकारण की रणनीति काम कर रही है क्योंकि ज़्यादा जोखिम वाले लोगों का पहले टीकाकारण किया गया है.
तीसरी लहर में बच्चों और नवजात शिशुओं के बीच संक्रमण बढ़ने की आशंका के बीच तमिलनाडु ने जुलाई से ही नर्सों को कम उम्र के कोविड मरीजों की देखभाल के लिए ऑनलाइन और इन-पर्सन ट्रेनिंग देना शुरू कर दिया है.
मंत्रालय ने बताया कि बृहस्पतिवार को कोविड-19 का पता लगाने के लिए 16,40,287 नमूनों की जांच की गयी और इसी के साथ अभी तक महामारी का पता लगाने के लिए देश में हुए कुल नमूनों की जांच की संख्या 47,65,33,650 हो गयी है.
ग्लोबल टीबी रिपोर्ट 2020 के अनुसार, भारत में टीबी के वैश्विक बोझ का 27% और मृत्यु दर का 31% हिस्सा है. यह भी कि वैश्विक मामलों में 27% हिस्सा मल्टीड्रग रेसिस्टेंट टीबी का है.
मिशिगन यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर भ्रमर मुखर्जी का यह भी कहना है कि तीसरी लहर में बच्चों का सबसे ज्यादा प्रभावित होना महज अटकल ही है, लेकिन बच्चों के टीकाकरण की संभावनाओं को तलाशना बेहद जरूरी है.
ममदानी की मान्यताएं, गज़ा के लिए उनका समर्थन, मोदी या नेतन्याहू के प्रति उनकी नापसंद आदि की वजह से भारत में कई लोग उनके उत्कर्ष को एक और ‘भारतीय विजय’ के रूप में नहीं मना सकते हैं.