ICMR स्टडी 354 टीका लगा हुए मरीज़ों पर की गई, जिनमें से 241 ने एक ख़ुराक ली थी, और 113 को दोनों डोज़ मिल चुके थे. स्टडी में 185 बिना टीका लगाए हुए मरीज़ भी शामिल किए गए.
यूरोप, ब्रिटेन, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, चीन और मिस्र के 15 अध्ययनों के विश्लेषण से कोविड के बाद होने वाली 55 ऐसी दिक्कतों का पता चला है जो लंबे समय तक प्रभावित करती हैं, जिसमें न्यूरोलॉजिकल समस्याएं और हृदय रोग शामिल हैं.
अफगानिस्तान दुनिया के सिर्फ उन दो मुल्कों में से एक है जहां पोलियो अभी भी मौजूद है. साथ ही, यहां की केवल 0.6% वयस्क आबादी को कोविड के पूरे टीके लगे हैं जबकि वैश्विक औसत 23.6% है.
केरल चिकित्सा सेवा निगम लिमिटेड (केएमएससीएल) ने इस महीने की शुरुआत में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) से संपर्क किया था ताकि टीकाकरण के लिए कोविशील्ड खुराकों की खरीद की जा सके.
मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार जिन 478 मरीजों की मौत हुई है, उनमें से 158 की मौत महाराष्ट्र में और 114 की केरल में हुई है. अब तक इस महामारी से 4,30,732 लोगों की मौत हो चुकी है.
हालांकि अभी कोविड वैक्सीन चर्चा का गर्म विषय बना हुआ है, अधिकारियों का कहना है कि नियमित टीकाकरण अभियान के मामले में आई गिरावट को पाटने के प्रयास निरंतर जारी हैं.
अध्ययन में पाया गया कि कोविशील्ड और कोवैक्सीन की मिक्सिंग के साथ वैक्सीनेशन सुरक्षित है और एक ही टीके की दोनों खुराकों की तुलना में प्रतिकूल प्रभाव भी समान पाए गए.
देश में संक्रमण से 373 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 4,28,682 हो गई है. अभी 3,19,98,158 लोगों का कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज चल रहा है ,जो कुल मामलों का 1.21 प्रतिशत है.
ममदानी की मान्यताएं, गज़ा के लिए उनका समर्थन, मोदी या नेतन्याहू के प्रति उनकी नापसंद आदि की वजह से भारत में कई लोग उनके उत्कर्ष को एक और ‘भारतीय विजय’ के रूप में नहीं मना सकते हैं.