ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय ने एक बयान में कहा है , 'इस तरह के बड़े परीक्षण में आशंका रहती है कि कुछ भागीदार अस्वस्थ होंगे और हर मामले का सावधानी पूर्वक मूल्यांकन कर सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी.'
कोविड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर की तकनीकी समिति ने अनुशंसा में पाया गया है कि कोविड-19 पॉजिटिव मरीजों की मौतों का मुख्य कारण उनमें कमजोर इम्युनिटी, अन्य बीमारियां जैसे डायबिटीज, उच्च रक्तचाप, कैंसर, किडनी रोग, सिकलसेल रोगों से ग्रसित होना है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को लक्षण वाले सभी मरीजों की आरएटी की जांच के मामले में संक्रमण की पुष्टि नहीं होने पर आरटी-पीसीआर जांच कराने का निर्देश दिया.
यह सर्वे 11 मई से 4 जून के बीच किया गया, जिसमें 28,000 लोागें के रक्त के नमूनों की ‘कोविड कवच एलिसा’ किट का इस्तेमाल कर इम्यूनोग्लोबिन-जी एंटीबॉडी की जांच की गई.
पिछले नौ दिनों में कंटेनमेंट जोन की संख्या में 50 फीसदी का इजाफा हुआ है. एक सितंबर को निषिद्ध क्षेत्रों की संख्या 846 थी जो बुधवार को बढ़कर 1272 हो गई है.
मूल रूप से अमेरिका की टेम्पल यूनिवर्सिटी के, बायोकेमिस्ट्री और माइक्रोबायोलजी एक्सपर्ट, एनरीको बुची द्वारा सोमवार को लिखे पत्र को, कम से कम 23 दूसरे वैज्ञानिकों का समर्थन हासिल हुआ है.
आईसीएमआर ने शनिवार को घोषणा की कि कोविड-19 टेस्ट कराने के लिए अब डॉक्टर के पर्चे की जरूरत नहीं है, इस कदम से महामारी की व्यापकता के बारे में स्पष्ट तस्वीर सामने आने की उम्मीद है.