आईआईटी खड़गपुर में कृषि और खाद्य इंजीनियरिंग विभाग में प्रोफेसर तिवारी 2019 में निदेशक के रूप में अपनी नियुक्ति के वक्त से ही एक विवादास्पद व्यक्ति रहे हैं.
यह बयान ऐसे समय आया है, जब विरोध प्रदर्शन कर रहे बीपीएससी एस्पिरेंट्स के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयोग के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात कर परीक्षा की तारीख बढ़ाने की मांग की.
बिहार लोक सेवा आयोग के एस्पिरेंट्स सर्वर से जुड़ी दिक्कतों और एग्जाम सेंटर्स के बीच दूरी पर दोबारा से सोचने का हवाला देते हुए फॉर्म भरने के लिए वक्त की मांग कर रहे हैं. पुलिस ने विरोध प्रदर्शन को ‘अवैध’ बताया है.
IIT खड़गपुर शिक्षक संघ ने सितंबर में शिक्षा मंत्रालय को पत्र लिखकर निदेशक वीके तिवारी के खिलाफ 'भाई-भतीजावाद' के आरोप लगाए थे. बदले में, उन्हें कारण बताओ नोटिस दिया गया.
2024 NEET-UG में अनियमितताओं के आरोपों के बाद NTA द्वारा आयोजित प्रवेश परीक्षाओं में सुधार का सुझाव देने के लिए गठित एक सरकारी पैनल की सिफारिशों के बाद ये कदम उठाए जा रहे हैं.
केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण के नए दिशा-निर्देशों का उद्देश्य छात्रों, अभिभावकों को ‘शोषणकारी प्रथाओं’ से बचाना है. संस्थानों को गारंटीड प्लेसमेंट का वादा करने से भी बचने को कहा गया है.
रानाडे को पुणे स्थित संस्थान में उनकी भूमिका से हटा दिया गया था, लेकिन उन्हें बॉम्बे हाईकोर्ट से राहत मिली. अपने त्यागपत्र में उन्होंने लिखा है कि यह ‘अयोग्यता की स्वीकृति की ओर इशारा नहीं करता’.
पैनल ने JEE (एडवांस्ड) की तर्ज पर मल्टी-लेवल NEET-UG का सुझाव दिया है. इसने उन क्षेत्रों में ‘हाइब्रिड मोड’ की भी सिफारिश की है, जहां कंप्यूटर आधारित प्रवेश परीक्षा आयोजित करना संभव नहीं है.
एजुकेशन बोर्ड के नियमों का उल्लंघन करने के बावजूद, डमी स्कूलिंग एंट्रेस एग्जाम के एस्पिरेंट्स के बीच लोकप्रिय हो गई है. कोचिंग इंडस्ट्री के हितधारकों का कहना है कि स्कूल छात्रों की ज़रूरतों को पूरा नहीं करते हैं.
दुश्मन में खौफ पैदा करना और उसे सज़ा देना इस बात पर निर्भर करता है कि जिन पर हम प्रभाव डालने की कोशिश कर रहे हैं उन पर कितना प्रभाव पड़ा है. मुश्किल यह है कि हम यह निश्चित रूप से नहीं जान सकते कि वह मनोवैज्ञानिक प्रभाव डालने के लिए कितना नुकसान पहुंचाना ज़रूरी है.