रक्षा और सुरक्षा प्रतिष्ठान से जुड़े सूत्रों ने दिप्रिंट को बताया कि भारत के साथ विभिन्न स्तरों पर बातचीत के दौरान गैर-आधिकारिक रूप से चीनी अधिकारियों ने गलवान घाटी में मारे गए अपने सैनिकों को लेकर विरोधाभासी आंकड़े दिए.
पैंगोंग झील के उत्तरी एवं दक्षिणी छोर से भारत और चीन के सैनिकों, अस्त्र-शस्त्रों तथा अन्य सैन्य उपकरणों को हटाए जाने की प्रक्रिया पूरी होने के दो दिन बाद कोर कमांडर स्तर की 10वें दौर की यह वार्ता हो रही है.
ले. जन. वाईके जोशी का कहना है, कि पीएलए फिंगर्स 4 और 8 के बीच से हटने को तैयार नहीं थी, लेकिन फिर कैलाश हाइट्स पर क़ब्ज़ा करके, भारत ने चीन को अपनी शर्तों पर बातचीत करने को मजबूर कर दिया.
भारतीय सेना की तरफ से जारी की गई नई तस्वीरों में चीनियों को अपने टेंट और शिविर हटाते और बड़ी संख्या में वाहनों को सैनिकों और सैन्य हथियारों को वापस ले जाते देखा जा सकता है.
बेंगलुरु, 18 नवंबर (भाषा) कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने तीन प्रमुख नीतियां सूचना प्रौद्योगिकी नीति, स्पेसटेक नीति और स्टार्टअप नीति मंगलवार को पेश...