अध्ययन के अनुसार, ‘बजट, सैनिकों और वायु एवं नौसैन्य क्षमता जैसी चीजों पर आधारित इन अंकों से पता चलता है कि किसी काल्पनिक संघर्ष में विजेता के तौर पर चीन शीर्ष पर आएगा.’
भारतीय नौसेना के एक प्रवक्ता ने बताया कि लैंडिंग क्राफ्ट यूटिलिटी (एलसीयू) के आठवें तथा अंतिम और श्रेणी चार के जहाज को पोर्ट ब्लेयर में आयोजित एक कार्यक्रम में नौसेना में शामिल किया गया.
भारत मध्य एशियाई देशों के साथ, मज़बूत रिश्ते क़ायम करने का इच्छुक है, जहां चीन की मौजूदगी बढ़ रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो बार उज़्बेकिस्तान का दौरा कर चुके हैं.
भारतीय वायुसेना अप्रैल के मध्य में राफेल लड़ाकू विमान के दूसरे स्क्वॉड्रन (दस्ते) की तैनाती के लिये तैयार है और यह स्क्वॉड्रन पश्चिम बंगाल के हाशिमारा वायु सेना अड्डे पर मुस्तैद रहेगा.
एडिटर-इन-चीफ शेखर गुप्ता के साथ बातचीत में दिप्रिंट के 'ऑफ द कफ' कार्यक्रम में बोलते हुए जनरल मलिक ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी टीम चीजों को सहजता से स्वीकार नहीं कर रही है. भले ही विरोधी की कार्रवाई से आश्चर्यचकित हो.
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जन. बिपिन रावत ने ये भी कहा, कि भारत के सशस्त्र बलों को लगातार, कम के साथ ज़्यादा हासिल करते रहना होगा, जिसके लिए बलों के मौजूदा ढांचों, सिद्धांतों और टेक्नोलॉजी पर फिर से नज़र डालनी होगी.
रक्षा और सुरक्षा प्रतिष्ठान से जुड़े सूत्रों ने दिप्रिंट को बताया कि भारत के साथ विभिन्न स्तरों पर बातचीत के दौरान गैर-आधिकारिक रूप से चीनी अधिकारियों ने गलवान घाटी में मारे गए अपने सैनिकों को लेकर विरोधाभासी आंकड़े दिए.