बदलती प्राथमिकताओं के साथ परिवार बिखरने लगे हैं. बच्चे मां-बाप से अलग रहना चाहते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि परिवार उन्हें नहीं समझ सकता है. इस मुद्दे के इर्द-गिर्द एक फिल्म आने वाली है ‘यात्रीज़’.,
पेश है दिप्रिंट का राउंड-अप कि कैसे उर्दू मीडिया ने पिछले सप्ताह के दौरान विभिन्न समाचार संबंधी घटनाओं को कवर किया और उनमें से कुछ ने इसके बारे में किस तरह का संपादकीय रुख इख्तियार किया.
किंतु तीन दशक पहले, जो कुछ घाटी में कश्मीरी पंडितों के साथ जिहादियों ने किया था, उसके लिए दोषियों को सजा तो छोड़िए, उसकी सुनवाई तक देश के सर्वोच्च न्यायालय में अभी तक नहीं हो पाई है.
पेश है दिप्रिंट का राउंड-अप कि कैसे उर्दू मीडिया ने पिछले सप्ताह के दौरान विभिन्न समाचार संबंधी घटनाओं को कवर किया और उनमें से कुछ ने इसके बारे में किस तरह का संपादकीय रुख इख्तियार किया.
ट्रेलर लॉन्च पर सचिन तेंदुलकर ने कहा कि सबसे पहले, मैं यहां अपने प्रिय मित्र मुरली को शुभकामनाएं देने आया हूं. इस फिल्म से लोगो को यह पता चलेगा कि उनके जीवन में क्या हुआ था.
पेश है दिप्रिंट का राउंड-अप कि कैसे उर्दू मीडिया ने पिछले सप्ताह के दौरान विभिन्न समाचार संबंधी घटनाओं को कवर किया और उनमें से कुछ ने इसके बारे में किस तरह का संपादकीय रुख इख्तियार किया.
धनुर्वेद से लेकर ईस्ट इंडिया कंपनी के रिकॉर्ड तक- सुभ्रजीत मित्रा ने अपनी फिल्म के माध्यम से 1770 के बंगाल के सन्यासी विद्रोह पर फिल्म बनाने के लिए इसपर काफी शोध कर रहे हैं.
खालिद अहमद संपादक, लेखक, भाषाविद, अखबार के दफ्तर के रहनुमा, एक सच्चे और दुर्लभ सेकुलर अनीश्वरवादी और शायद नास्तिक शख्स थे और मेरे कई मुस्लिम मित्रों में निश्चित रूप से अकेले ऐसे शख्स थे और वह कोई वामपंथी भी नहीं थे, दूर-दूर तक नहीं.