आओ बच्चों तुम्हें दिखाएं और ऐ मेरे वतन के लोगों जैसे गीतों को लिखने वाले कवि प्रदीप उन कवि और गीतकारों में से हैं जिनके गीतों ने ब्रिटिश सरकार के लिए मुश्किलें पैदा की.
जिला-मुख्यालय सांगली से कोई 40 किलोमीटर दूर एक स्कूल है- शासकीय प्राथमिक स्कूल 'रेठरे हरणाक्ष.' यहां बीते तीन साल में बच्चों की संख्या तीन गुना बढ़कर सौ के पार हो चुकी है.
बच्चों ने एक बैंक व्यवस्था तैयार की. इसे उन्होंने 'आदर्श विद्यार्थी बैंक' नाम दिया. बच्चों ने बातचीत में बताया कि इस बैंक में वे घर से मिलने वाले जेब खर्च का पैसा जमा करते हैं.
मंडल कमीशन की वजह से सवर्णों का बड़ा हिस्सा वीपी सिंह से हमेशा के लिए नाराज हो गया. लेकिन पहेली ये है कि देश के ओबीसी ने उन्हें गर्मजोशी के साथ अपनाया क्यों नहीं?
मुंबई, 25 नवंबर (भाषा) महाराष्ट्र के निवर्तमान उपमुख्यमंत्री एवं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख अजित पवार ने सोमवार को कहा कि राज्य में नयी...