scorecardresearch
शनिवार, 17 मई, 2025

शिव पाण्डेय

शिव पाण्डेय
99 पोस्ट0 टिप्पणी

मत-विमत

कर्नल कुरैशी पर विजय शाह की टिप्पणी एक ऐसी मानसिकता है जिस पर कई बरसों से लगाम नहीं कसी गई

जबकि देश के ज़्यादातर लोगों ने इस बयान की निंदा की है, लेकिन एक सवाल पूछना ज़रूरी है: सत्ता के पद पर बैठा कोई व्यक्ति इस तरह की बात कहने में कैसे सहज महसूस करता है?

वीडियो

राजनीति

देश

महाराष्ट्र: अदालत ने 2015 के दुष्कर्म और मानव तस्करी के मामले में तीन लोगों को बरी किया

ठाणे, 17 मई (भाषा) महाराष्ट्र के ठाणे जिले की एक विशेष अदालत ने दुष्कर्म और मानव तस्करी के एक मामले में तीन आरोपियों को...

लास्ट लाफ

सुप्रीम कोर्ट का सही फैसला और बिलकिस बानो की जीत

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सर्वश्रेष्ठ कार्टून.