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सोमवार, 26 मई, 2025

मीनाक्षी लेखी

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मत-विमत

‘N-वर्ड’ एक नया दौर है — भारत की सॉफ्ट पावर अब उसकी हार्ड रियलिटी है

भारत आज दुनिया में जिस बेहतर हैसियत में है वैसी स्थिति में वह शीतयुद्ध के बाद के दौर में कभी नहीं रहा. हमें तय करना पड़ेगा कि विश्व जनमत को हम महत्वपूर्ण मानते हैं या नहीं. अगर मानते हैं तो हमें उनकी मीडिया, थिंक टैंक, सिविल सोसाइटी के साथ संवाद बनाना चाहिए.

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सेलेबी अनुबंध: एमआईएएल के परिचालन सेवा निविदाओं पर जून तक निर्णय लेने पर लगी अदालती रोक

मुंबई, 26 मई (भाषा) बंबई उच्च न्यायालय ने ‘मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड’ (एमआईएएल) के यहां अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर परिचालन सेवाओं के वास्ते...

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सुप्रीम कोर्ट का सही फैसला और बिलकिस बानो की जीत

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