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शनिवार, 24 मई, 2025

ज्योति यादव

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मत-विमत

‘N-वर्ड’ एक नया दौर है — भारत की सॉफ्ट पावर अब उसकी हार्ड रियलिटी है

भारत आज दुनिया में जिस बेहतर हैसियत में है वैसी स्थिति में वह शीतयुद्ध के बाद के दौर में कभी नहीं रहा. हमें तय करना पड़ेगा कि विश्व जनमत को हम महत्वपूर्ण मानते हैं या नहीं. अगर मानते हैं तो हमें उनकी मीडिया, थिंक टैंक, सिविल सोसाइटी के साथ संवाद बनाना चाहिए.

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राजनीति

देश

बसवराजू के बाद अब झारखंड में माओवादी पप्पू लोहरा और प्रभात गांघू मारे गए

लोहारा और गांघू, जिन पर 10 लाख और 5 लाख रुपये का इनाम था, को मार गिराकर सुरक्षा बलों ने झारखंड जन मुक्ति परिषद, जो भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) से अलग हुआ एक गुट है, को बड़ा झटका दिया है.

लास्ट लाफ

सुप्रीम कोर्ट का सही फैसला और बिलकिस बानो की जीत

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सर्वश्रेष्ठ कार्टून.