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Thursday, 21 November, 2024

दीक्षा भारद्वाज

दीक्षा भारद्वाज
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मत-विमत

खालिद एकमात्र ऐसे पाकिस्तानी थे जिनके तर्क कश्मीर के सवाल पर नहीं अटकते थे

खालिद अहमद संपादक, लेखक, भाषाविद, अखबार के दफ्तर के रहनुमा, एक सच्चे और दुर्लभ सेकुलर अनीश्वरवादी और शायद नास्तिक शख्स थे और मेरे कई मुस्लिम मित्रों में निश्चित रूप से अकेले ऐसे शख्स थे और वह कोई वामपंथी भी नहीं थे, दूर-दूर तक नहीं.

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मेरे जैसा अभिनेता लोगों से दूर नहीं रह सकता : मनोज बाजपेयी

(तस्वीर सहित) (राधिका शर्मा) पणजी, 21 नवंबर (भाषा) अभिनेता मनोज बाजपेयी ने बृहस्पतिवार को कहा कि एक कलाकार को “दीवार पर बैठी मक्खी”...

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सुप्रीम कोर्ट का सही फैसला और बिलकिस बानो की जीत

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सर्वश्रेष्ठ कार्टून.