भुवनेश्वर, चार दिसंबर (भाषा) ओडिशा विधानसभा में बृहस्पतिवार को आरक्षण के मुद्दे को लेकर कांग्रेस विधायकों ने प्रदर्शन किया जिसके कारण अध्यक्ष सुरमा पाढ़ी को सदन की कार्यवाही कुछ देर के लिए स्थगित करनी पड़ी।
प्रश्नकाल के लिए सदन की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस सदस्य आसन के सामने आ गए और सत्तारूढ भाजपा सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।
उन्होंने आरोप लगाया कि लोकतंत्र की हत्या कर दी गई है। विधायक सदन में अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी) और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लिए जनसंख्या दर के आधार पर आरक्षण का प्रावधान करने संबंधी कांग्रेस पार्टी के प्रस्ताव को पेश करने की अनुमति न मिलने का विरोध कर रहे थे।
कांग्रेस विधायक दल के नेता रामचंद्र कदम ने सदन में यह मुद्दा उठाया और कहा कि उन्होंने बुधवार को एससी, एसटी और ओबीसी के लिए आरक्षण पर प्रस्ताव पेश करने का प्रस्ताव दिया था, लेकिन उन्हें ऐसा करने की अनुमति नहीं दी गई।
कांग्रेस विधायकों ने नारे लगाए और राज्य की भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर सदन में विपक्षी सदस्यों को उनके अधिकारों से वंचित करने का आरोप लगाया।
विपक्ष के हंगामे को देखते हुए अध्यक्ष सुरमा पाढ़ी ने सुबह 10.46 बजे से 11.30 बजे तक सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी।
बाद में अध्यक्ष ने कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) के नेता के साथ अपने कक्ष में बैठक की और 11.30 बजे सदन की कार्यवाही वापस शुरू हुई लेकिन कांग्रेस विधायकों ने फिर आरक्षण के मुद्दे पर राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी, जिससे अध्यक्ष को सदन की कार्यवाही लगभग 10 मिनट के लिए फिर से स्थगित करनी पड़ी।
भाषा सुमित शोभना
शोभना
शोभना
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.
