नयी दिल्ली, 21 अगस्त (भाषा) राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) से जुड़े 2019 के रामलिंगम हत्या मामले में तमिलनाडु में नौ स्थानों पर तलाशी ली तथा एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है।
बृहस्पतिवार को जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि एनआईए दलों ने बुधवार की सुबह राज्य के दो जिलों में नौ स्थानों पर छापेमारी की ताकि रामलिंगम की हत्या से संबंधित मामले में फरार घोषित अपराधियों का पता लगाया जा सके। इस हत्या का मकसद लोगों में भय और सांप्रदायिक नफरत फैलाना था।
बयान में कहा गया है कि तलाशी के दौरान एनआईए ने कोडईकनाल स्थित अंबुर बिरयानी होटल्स के मालिक इमदादउल्लाह को 2021 में अपने होटल में फरार घोषित अपराधियों को ‘‘जानबूझकर और स्वेच्छा से शरण देने’’ के आरोप में गिरफ्तार किया।
पट्टाली मक्कल काची (पीएमके) पार्टी के कार्यकर्ता रामलिंगम की पांच फरवरी 2019 को तंजावुर के पाकु विनायकम थोप्पू में कथित तौर पर पीएफआई के सदस्यों और पदाधिकारियों द्वारा हत्या कर दी गई थी।
जांच एजेंसी ने बयान में कहा कि डिंडुगल और तेनकासी जिलों में की गई तलाशी के दौरान आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल उपकरण आदि भी जब्त किए गए।
इसमें कहा गया है कि इमदादउल्लाह द्वारा कथित तौर पर शरण दिए गए तीन घोषित अपराधियों में से दो की पहचान अब्दुल मजीद और शाहुल हमीद के रूप में हुई है। उन्हें एनआईए ने इस वर्ष 25 जनवरी को गिरफ्तार किया था, जबकि तीसरा घोषित अपराधी मोहम्मद अली जिन्ना अब भी फरार है।
मार्च 2019 में तमिलनाडु पुलिस से जांच का जिम्मा संभालने वाली एनआईए ने अगस्त 2019 में चेन्नई की एक अदालत में 18 आरोपियों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया था। इनमें से छह भगोड़े थे।
एनआईए ने 2021 में छह भगोड़ों में से एक को गिरफ्तार किया था जिसकी पहचान रहमान सादिक के रूप में हुई थी।
नवंबर 2024 में एजेंसी ने डिंडीगुल जिले के कोडईकनाल के पूमबाराई क्षेत्र में अब्दुल मजीद और शाहुल का पता लगाया और उन्हें कथित तौर पर शरण देने वाले व्यक्ति मोहम्मद अली जिन्ना को गिरफ्तार किया, जिसे मामले में 19वां आरोपी बनाया गया।
अधिकारियों ने बताया कि इस मामले में मोहम्मद अली जिन्ना नाम के दो आरोपी शामिल हैं और उनमें से एक को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि एक फरार है।
बयान के अनुसार, एनआईए ने फरार आरोपी मोहम्मद अली जिन्ना और दो अन्य फरार घोषित अपराधियों बुरहानुद्दीन और नफील हसन के बारे में जानकारी देने वालों के लिए पांच-पांच लाख रुपये के इनाम की घोषणा की है। ये सभी तंजावुर जिले से हैं और पूर्व में पीएफआई के पदाधिकारी रह चुके हैं।
भाषा गोला मनीषा
मनीषा
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