कोलकाता, 17 जनवरी (भाषा) कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) ने कहा कि चालू वित्त वर्ष में वास्तविक उत्पादन 80.6-81 करोड़ टन होने का अनुमान है। यह 83.8 करोड़ टन के पिछले अनुमान से कम है।
कंपनी के चेयरमैन पी एम प्रसाद ने शुक्रवार को कहा कि चालू वित्त वर्ष (2024-25) में दिसंबर तक कोल इंडिया का उत्पादन 2.2 प्रतिशत बढ़कर 54.3 करोड़ टन हो गया। लेकिन वित्त वर्ष के शेष दिनों में उत्पादन बढ़ाने के उद्देश्य से, लगभग चार से पांच प्रतिशत की वृद्धि हासिल करने के प्रयास जारी हैं।
प्रसाद ने अंतर्राष्ट्रीय खनन एवं मशीनरी प्रदर्शनी (आईएमई 2025) के 11वें संस्करण की घोषणा के अवसर पर कहा, “हमने चालू वित्त वर्ष में 80.6-81 करोड़ टन उत्पादन का लक्ष्य रखा है।”
प्रसाद ने पीटीआई-भाषा से कहा, “पूरे वर्ष में हम लगभग चार-पांच प्रतिशत की वृद्धि का यथार्थवादी लक्ष्य हासिल करने का लक्ष्य बना रहे हैं।”
पिछले वित्त वर्ष (2023-24) में सीआईएल ने 77.36 करोड़ टन उत्पादन किया, जो वित्त वर्ष 2022-23 की तुलना में 11 प्रतिशत की वृद्धि है।
उन्होंने लक्ष्य के करीब पहुंचने के बारे में आशा जताई और अनुषंगी कंपनियों- महानदी कोलफील्ड्स, नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड और वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड के प्रदर्शन का हवाला दिया, जो सही रास्ते पर हैं, जबकि ईसीएल को भी अपने लक्ष्य को प्राप्त करने की उम्मीद है।
प्रसाद ने कहा, “हमें देखना होगा कि अगले 75 दिनों में साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स की बड़ी खदानें कैसा प्रदर्शन करती हैं।”
प्रसाद ने भारत में कोयला उत्पादन की समग्र वृद्धि संभावनाओं का भी जिक्र किया। इसमें वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 108 करोड़ टन का लक्ष्य रखा गया है, जो पिछले वित्त वर्ष के 99.7 करोड़ टन से अधिक है।
यह पूछे जाने पर कि क्या मांग सुस्त हो रही है, उन्होंने कहा, “कुल मिलाकर चालू वित्त वर्ष में भारत में कोयला उत्पादन में वृद्धि होगी।”
इसके अलावा, चालू वित्त वर्ष में दिसंबर तक निजी और वाणिज्यिक कोयला खदानों में 30 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि दर्ज की गई है।
प्रसाद ने कहा कि खनन क्षेत्र की प्रमुख कंपनी देश में तापीय कोयले के आयात को कम करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
भाषा अनुराग रमण
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