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Thursday, 21 November, 2024
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दुर्गा पूजा के दौरान कोलकाता में बढ़े कोविड मामले, स्वास्थ्य मंत्रालय ने बंगाल सरकार को भेजी चिट्ठी

इस वर्ष 12-15 अक्टूबर से दुर्गा पूजा मनाई गई थी. अधिकारियों का कहना है कि भले ही राज्य सरकार ने भीड़ नियंत्रण और मास्क के उपयोग को लेकर नियम लागू किए थे, लेकिन लगता है कि दोनों का बड़े पैमाने पर उल्लंघन हुआ है.

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नई दिल्ली: कोलकाता में दुर्गा पूजा उत्सव के दौरान सड़कों पर भारी भीड़ उतरने के कुछ दिनों बाद ही मोदी सरकार ने पश्चिम बंगाल सरकार को पत्र लिखकर शहर में कोविड के बढ़ते मामलों पर ध्यान देने और तुरंत मामलों और मौतों की समीक्षा करने को कहा है.

22 अक्टूबर को लिखे पत्र में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कोलकाता में मामले की संख्या में वृद्धि के साथ-साथ परीक्षण सकारात्मकता दर में वृद्धि और परीक्षण संख्या में गिरावट की तरफ ध्यान दिलाया.

जिले में 21 अक्टूबर को समाप्त हुए सप्ताह में औसत दैनिक नए मामलों में काफी बढ़त देखी गई है और पिछले सप्ताह में अधिक 25 प्रतिशत की वृद्धि के साथ (14 अक्टूबर को समाप्त सप्ताह में 217 मामलों से 21 अक्टूबर को समाप्त सप्ताह में 271 मामलों)…जिले में भी पिछले सप्ताह में सकारात्मकता दर में लगभग 27 प्रतिशत की वृद्धि (14 अक्टूबर को समाप्त सप्ताह में 5.6 प्रतिशत से 21 अक्टूबर को समाप्त सप्ताह में 7.1 प्रतिशत) दर्ज की गई. इस जिले में साप्ताहिक परीक्षण के रुझान में भी गिरावट देखने को मिल रही है. पत्र में कहा गया है कि परीक्षण के मामले में और अधिक सक्रिय तरीके से कार्रवाई करने की जरूरत है.

इस वर्ष 12-15 अक्टूबर से दुर्गा पूजा मनाई गई थी. अधिकारियों का कहना है कि भले ही राज्य सरकार ने भीड़ नियंत्रण और मास्क के उपयोग को लेकर नियम लागू किए थे, लेकिन लगता है कि दोनों का बड़े पैमाने पर उल्लंघन हुआ है.

पश्चिम बंगाल में पिछले 30 दिनों में 20,936 मामले सामने आए हैं और 343 मौतें हुई हैं, जो कि इसी अवधि में भारत में आने वाले नए मामलों का 3.4 प्रतिशत और होने वाली कुल मौतों का 4.7 प्रतिशत है. हालांकि केंद्र सरकार का पत्र केवल कोलकाता से संबंधित है.

स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि अगर परीक्षण, ट्रैकिंग, उपचार, कोविड को लेकर उचित व्यवहार और टीकाकरण की बुनियादी सार्वजनिक स्वास्थ्य रणनीति का कड़ाई से पालन नहीं किया जाता है तो मामलों में तेजी से वृद्धि होने की संभावना है.

भूषण ने पत्र में लिखा, ‘चल रहे त्योहारी मौसम में महामारी के खिलाफ लड़ाई में कोरोना से सुरक्षा देने वाले तरीके अपनाना जरूरी है ताकि कोविड के खिलाफ इस लड़ाई में सभी को लाभ हो सके. राज्य को कोविड के उपयुक्त व्यवहार का कड़ाई से पालन करना चाहिए और सभी पात्र लाभार्थियों को कोविड की दूसरी खुराक उपलब्ध कराई जानी चाहिए.’


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27% को पूरी तरह से टीका लगाया गया

स्वास्थ्य मंत्रालय के पास उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार पश्चिम बंगाल के लगभग 27 प्रतिशत वयस्कों को पूरी तरह से टीका लगाया गया है और 72.1 प्रतिशत लोगों को वैक्सीन की कम से एक खुराक मिली है.

राज्य में दैनिक कोविड मामलों में 16 अक्टूबर के बाद से लगातार इजाफा हुआ है जब 443 ताजा मामलों के बारे में रिपोर्ट किया गया था. 24 अक्टूबर को यह संख्या 989 हो गई. सोमवार को यह संख्या 805 तक पहुंच गई. 2,001 सक्रिय मामलों के साथ, कोलकाता राज्य में इस बीमारी के तले सबसे ज्यादा दबा हुआ है.

राज्य सरकार के नवीनतम कोविड बुलेटिन के अनुसार, इस बीमारी के लिए निर्धारित अस्पताल के 2.95 प्रतिशत बिस्तर वर्तमान में भरे हुए हैं, जबकि 6547 लोग होम आइसोलेशन के तहत हैं . राज्य में इसके लिए समर्पित 203 अस्पताल हैं और कुल 23,947 कोविड बेड हैं.

महामारी की शुरुआत से अब तक पश्चिम बंगाल में हुई 19,066 मौतों में से सबसे ज्यादा- 41.6 प्रतिशत- 61 से 75 वर्ष आयु वर्ग में हुई हैं, इसके बाद 46-60 आयु वर्ग में 26.3 प्रतिशत और 75 से अधिक आयु वर्ग में 22.2 प्रतिशत लोगों की मौत हुई. मृतकों में दो तिहाई पुरुष हैं.

(इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.)


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