वाशिंगटन: कोरोनावायरस संकट के बीच कंपनियां अपने खर्चों में कटौती कर रही हैं. इससे डिजिटल विज्ञापन पर उनका व्यय घटा है. ऐसे में गूगल और फेसबुक जैसी कंपनियों के लिए परेशानियां खड़ी हो सकती है क्योंकि उनकी आय का एक बड़ा हिस्सा डिजिटल विज्ञापनों से आता है. इस वजह से पहली बार उनकी आय वास्तव में घट सकती है.
कोरोनावायरस की वजह से लोग घरों में रहने को मजबूर हैं. वहीं अमेरिका में बेरोजगारी बढ़ रही है. इस वजह से कंपनियां विज्ञापन और प्रचार-प्रसार पर अपना खर्च घटा रही है, कुछ मामलों में तो यह शून्य हो गया है.
अमेरिका में डिजिटल विज्ञापन के बाजार में गूगल और फेसबुक के पास करीब 70 प्रतिशत हिस्सेदारी है. ऐसे में कमाई घटने का असर कंपनी में काम करने वाले लोगों पर पड़ेगा. उनके वेतन में कटौती इत्यादि के विकल्प अपनाए जाएंगे. अन्य क्षेत्रों की कंपनियां इस तरह के विकल्प पहले ही अपना चुकी हैं.
सीएनबीसी की रिपोर्ट के अनुसार गूगल खुद अपने विपणन विभाग का खर्च घटाने पर विचार कर रही है. कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुंदर पिचाई ने कर्मचारियों को भेजे संदेश में कहा कि अगले एक साल के लिए कंपनी नयी नौकरियां देने में कटौती करेगी.
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फेसबुक ने भी पिछले महीने विज्ञापन से होने वाली आय घटने के चलते कारोबार प्रभावित होने की चेतावनी दी थी. हालांकि उसने ज्यादा जानकारी नहीं दी थी. कंपनी ने कहा था कि उसके मंच पर वॉयस और वीडियो कॉलिंग का ट्रै्फिक हालांकि दोगुना बढ़ गया है, वहीं मेसेज का ट्रै्फिक भी 50 प्रतिशत तक बढ़ा है लेकिन इससे कंपनी की कोई कमाई नहीं होती.
हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि डिजिटल विज्ञापन में कमी से कंपनियों की आय कितनी प्रभावित होगी. लेकिन इस हफ्ते फेसबक और गूगल की मातृ कंपनी अल्फाबेट के पहली तिमाही के परिणामों में कुछ संकेत मिल सकते हैं.