(डायलन इर्विन, चार्ल्स डार्विन यूनिवर्सिटी)
डार्विन, 14 अप्रैल (द कन्वरसेशन) क्या समुद्र से एक बाल्टी पानी निकालने से उसका जलस्तर कम हो जाएगा? ऑस्ट्रेलिया के होबार्ट शहर की साढ़े छह साल की बच्ची एलिस के इस मासूम सवाल का जवाब ‘हां’ है।
हालांकि, समुद्र के जलस्तर में बहुत ही मामूली अंतर आएगा। आप घर पर एक छोटे-से प्रयोग के जरिये भी इस सवाल का जवाब हासिल कर सकते हैं। इसके लिए आपको एक गिलास पानी और एक चम्मच की जरूरत पड़ेगी।
गिलास को ऊपर तक भरें और पानी का स्तर ध्यान से देखें। इसके बाद उसमें से एक चम्मच पानी निकाल दें। क्या आप इससे पानी के स्तर में आए बदलाव को महसूस कर सकते हैं? शायद आप कर सकते हैं या शायद नहीं।
आप अपनी रसोई के ‘सिंक’ या बाथरूम में मौजूद ‘बाथ टब’ में भी यह प्रयोग दोहरा सकते हैं। मुख्य बात यह है कि पानी के स्तर में यकीनन गिरावट आती है, लेकिन बेहद कम मात्रा में। अगर आप ‘बाथ टब’ में से एक चम्मच पानी निकाल देते हैं, तो आप शायद जल स्तर में आए अंतर को नहीं भांप पाएंगे।
करोड़ों बाल्टी जितना पानी समाता है
-चलिए, समुद्र पर लौटते हैं। यह (समुद्र) वाकई बहुत विशाल होता है, खासकर बाल्टी की तुलना में।
मान लीजिए, आपके पास एक बाल्टी है, जिसमें दस लीटर पानी आता है। अगर इस बाल्टी के हिसाब से देखें तो पृथ्वी पर मौजूद सभी महासागरों में कुल 137 मिलियन, मिलियन, मिलियन बाल्टी पानी होने का अनुमान है।
और ऐसे में अगर आप समुद्र में से एक बाल्टी पानी निकाल लें, तो उसके जल स्तर में लगभग 0.0000000000277 मिलीमीटर की कमी आएगी। आप अपने ‘पेंसिल बॉक्स’ में रखे ‘स्केल’ पर देख सकते हैं कि एक मिलीमीटर का माप कितना छोटा होता है। पृथ्वी पर हमारे पास ऐसा कुछ भी नहीं है, जो इतनी छोटी (0.0000000000277 मिलीमीटर की) वस्तु को माप सके। यह तो एक अणु से भी कइयों गुना छोटी वस्तु होगी।
तो, एलिस के सवाल का जवाब यह है कि पानी के स्तर में ‘यकीनन’ कमी आती है, लेकिन इसकी मात्रा इतनी छोटी होती है कि हम इसे माप भी नहीं सकते।
समुद्र के जलस्तर में बदलाव हो रहा है
-पृथ्वी वाकई में बहुत ही दिलचस्प ग्रह है। जब आप अपनी बाल्टी में पानी भरते हैं, तो यह सारा पानी एक प्रक्रिया से होकर गुजरता है, जिसे जलचक्र कहा जाता है।
समुद्र का जलस्तर वास्तव में लगातार बदलता रहता है। हर साल समुद्र से बहुत सारा पानी वाष्प बनकर उड़ जाता है। कुछ पानी तो अंतरिक्ष में भी चला जाता है।
हालांकि, वाष्प बनकर उड़ने वाला अधिकांश पानी वापस सीधे समुद्र में या फिर धरती पर बरस जाता है, और धरती से यह नदी में बहते हुए आखिरकार फिर से समुद्र में पहुंच जाता है। बड़ी मात्रा में पानी जमीन के नीचे भी जमा होता है और उसमें से भी कुछ हिस्सा धीरे-धीरे फिर से समुद्र में पहुंच जाता है।
ऐसे में अगर आप अपनी बाल्टी का पानी जमीन पर उड़ेल दें, तो अंतत: यह जल चक्र के जरिये वापस समुद्र में पहुंच जाएगा।
कुछ दिलचस्प तथ्य
-पानी की एक बूंद में हाइड्रोजन डाइऑक्साइड (एचओ2) के 1.5 मिलियन, मिलियन, मिलियन यानी 1,500,000,000,000,000,000 अणु होते हैं।
माना जाता है कि धरती पर पानी सबसे पहले 1.6 अरब साल से भी अधिक समय पूर्व बारिश के रूप में गिरा था।
पृथ्वी पर अधिकांश ताजा पानी (लगभग 98 फीसदी) भूजल के रूप में मौजूद है।
(द कन्वरसेशन) पारुल सुरेश
सुरेश
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