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Saturday, 4 May, 2024
होमविदेशकुश्ती में वर्ल्ड नंबर-1 विनेश फोगाट क्वार्टर फाइनल में बेलारूस की वेनेसा से हारीं

कुश्ती में वर्ल्ड नंबर-1 विनेश फोगाट क्वार्टर फाइनल में बेलारूस की वेनेसा से हारीं

क्वार्टर फाइनल में विनेश का सामना बेलारूस की वेनेसा कालाजिंस्काया से हुआ जो यूरोपीय चैंपियन हैं. इस मैच में वो हार गई हैं, फोगाट के ब्रॉन्ज मेडल जीतने की उम्मीद बाकी है.

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चीबा (जापान):भारतीय पहलवान विनेश फोगाट (53 किलो) ओलंपिक खेलों के क्वार्टर फाइनल मुकाबले में बेलारूस की वेनेसा कालाजिंस्काया से हारी .वेनेसा कालाजिंस्काया यूरोपीय चैंपियन हैं.

भारत की दिग्गज रेसलर और वर्ल्ड नंबर-1 विनेश फोगाट को 53 किलोग्राम वेट कैटेगरी के मैच में वेनेसा कालाजिंस्काया ने 9-3 से हराया.

पदक की प्रबल दावेदार विनेश फोगाट को गुरुवार को  महिला 53 किग्रा वर्ग के क्वार्टर फाइनल में बेलारूस की वेनेसा कालादजिन्सकाया ने चित्त करके उलटफेर करते हुए स्वर्ण पदक की दौड़ से बाहर कर दिया.

अब भारतीय पहलवान पर प्रतियोगिता से बाहर होने का खतरा मंडरा रहा है.

वेनेसा के रक्षण को नहीं तोड़ पाईं विनेश

विनेश के पास वेनेसा के मजबूत रक्षण का कोई जवाब नहीं था. वेनेसा ने इसके साथ ही इस साल युक्रेन में भारतीय खिलाड़ी के खिलाफ इसी तरह की शर्मनाक हार का बदला चुकता कर दिया. विनेश ने तब वेनेसा को गिराकर ‘बाय फॉल’ से जीत दर्ज की थी.

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यूरोपीय चैंपियन वेनेसा ने अपनी रणनीति को काफी अच्छी तरह लागू किया और विनेश उनके रक्षण को भेदकर अंक जुटाने में नाकाम रही.

अंक जुटाने में विफल रहने के बाद शीर्ष वरीय विनेश ने धैर्य खो दिया. यहां तक कि जब विनेश ने वेनेसा को पीछे से पकड़ा तो भी वह अच्छी स्थिति में होने के बावजूद विरोधी पहलवान के घुटनों के बल बैठाने में नाकाम रही.

विनेश ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी लेकिन वेनेसा के रक्षण को नहीं तोड़ पाई. यहां तक कि विनेश विरोधियों को चित्त करने वाले अपने पसंदीदा ‘डबल लैग’ आक्रमण के साथ भी अंक नहीं जुटा पाई.

बेलारूस की पहलवान अब अगर फाइनल में जगह बनाने में नाकाम रहती है तो विनेश का ओलंपिक अभियान एक और दिल तोड़ने वाली हार के साथ खत्म होगा.

रियो ओलंपिक में विनेश क्वार्टर फाइनल में चीन की सुन से हार गई थी. इस मुकाबले में विनेश के पैर के चोट लगी थी और उन्हें स्ट्रेचर पर बाहर ले जाया गया था.

विनेश ने पहले दौर में रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता और विश्व चैंपियनशिप की छह बार की पदक विजेता स्वीडन की सोफिया मेगडालेना मैटसन को हराया.

हालांकि अभी फोगाट के ब्रॉन्ज मेडल जीतने की उम्मीद बाकी है. इसके लिए वेनेसा को फाइनल में पहुंचना होगा. उसके बाद रेपचेज राउंड के जरिए विनेश के पास मौका होगा.

इससे पहले भारत की पदक की प्रबल दावेदार विनेश फोगाट गुरुवार को यहां महिला 53 किग्रा वर्ग के पहले दौर में रियो ओलंपिक की ब्रांज मेडल विजेता और विश्व चैंपियनशिप की छह बार की पदक विजेता स्वीडन की सोफिया मेगडालेना मैटसन को हराकर क्वार्टर फाइनल में जगह बनाने में सफल रही थीं.

विनेश ने डिफेंस को आक्रमण में बदला और शानदार खेल का प्रदर्शन किया.

भारत की 26 साल की पहलवान ने स्वीडन की खिलाड़ी को 7-1 से हराया. विनेश ने 2019 विश्व चैंपियनशिप में भी मैटसन को हराया था.

मैटसन ने जब भी विनेश के दायें पैर पर हमला किया जो भारतीय पहलवान ने पलटवार करते हुए अंक जुटाए.

भारतीय खिलाड़ी ने पूरे मुकाबले के दौरान जज्बा बनाए रखा थाऔर विरोधी पहलवान को चित्त करने का मौका भी बनाया लेकिन स्वीडन की खिलाड़ी इससे बचने में सफल रही थीं.

विनेश ने 2019 विश्व चैंपियनशिप के अपने पहले दौर के मुकाबले में मैटसन को हराया था. भारतीय पहलवान ने विश्व चैंपियनशिप में ब्रांज मेडल के साथ तोक्यो ओलंपिक का कोटा हासिल किया था.

हालांकि युवा अंशु मलिक 57 किग्रा वर्ग में रियो ओलंपिक की रजत पदक विजेता रूस की वालेरा कोबलोवा के खिलाफ रेपेचेज मुकाबले में 1-5 की हार के साथ पदक की दौड़ से बाहर हो गई.

अंशु हालांकि अपनी मजबूत प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ लगातार हमले करती रही और एक समय बढ़त पर थी लेकिन रूस की पहलवान ने दो अंक के साथ बढ़त बनाई और फिर जीत दर्ज करने में सफल रही.

उन्नीस साल की अंशु अपने पहले दौर में यूरोपीय चैंपियन इरिना कुराचिकिना से हार गई थी और बेलारूस की खिलाड़ी के फाइनल में जगह बनाने के बाद उन्हें रेपेचेज में हिस्सा लेने का मौका मिला.

आज भारत के पुरुष पहलवान रवि दहिया (57 किग्रा) और दीपक पूनिया (86 किग्रा) क्रमश: स्वर्ण और ब्रांज मेडल के लिए चुनौती पेश करेंगे.


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