ह्यूस्टन (अमेरिका), 21 मई (भाषा) अमेरिका में कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, सांता क्रूज (यूसीएससी) ने डिजिटल माध्यम से कहानी कहने की कला के जरिये सिख धर्म की वैश्विक धारणाओं को नया आकार देने और समावेशी छात्रवृत्ति के उद्देश्य से एक नयी शैक्षणिक पहल शुरू की है।
भारतीय मूल के अर्थशास्त्र के प्रोफेसर और सिख अध्ययन के विद्वान निर्विकार सिंह के नेतृत्व में इस परियोजना का उद्देश्य सिख इतिहास, पहचान और दर्शन की गहरी, अधिक सूक्ष्म समझ प्रदान करना है।
विश्वविद्यालय की ओर से 15 मई को जारी एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया कि इस परियोजना का शीर्षक ‘‘इक्कीसवीं सदी में सिख : अतीत को याद रखना, भविष्य को जोड़ना’’ है।
यूसीएससी के मानविकी संस्थान में शुरू की गई यह पहल सिख संस्थानों के विकास, उपनिवेशवाद के प्रभाव और प्रवासी सिखों की जटिल पहचान की खोज करने वाली ‘मल्टीमीडिया’ सामग्री तैयार करती है।
विज्ञप्ति के अनुसार, इसका लक्ष्य सिख इतिहास और दर्शन के बारे में अधिक सटीक और सूक्ष्म दृष्टिकोण प्रस्तुत करना है।
इससे पहले ‘सिख और पंजाबी अध्ययन के सरबजीत सिंह अरोड़ा चेयर’ के अध्यक्ष रहे सिंह ने कहा, ‘‘कई मौजूदा विवरणों में गहराई का अभाव है या वे औपनिवेशिक युग की व्याख्याओं से प्रभावित हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम विरासत में मिली मान्यताओं की पुनः जांच कर रहे हैं और गहन, साक्ष्य-आधारित सहभागिता के लिए जगह बना रहे हैं।’’
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