scorecardresearch
Friday, 26 April, 2024
होमविदेशUNGA के अध्यक्ष अब्दुल्ला शाहिद ने कहा 'मुझे भारत में बना कोविशील्ड टीका लगा'

UNGA के अध्यक्ष अब्दुल्ला शाहिद ने कहा ‘मुझे भारत में बना कोविशील्ड टीका लगा’

शाहिद के देश मालदीव को जनवरी में भारत निर्मित टीके हासिल करने वाले पहले देशों में से एक था, कोविशील्ड की 1,00,000 खुराक मालदीव भेजी गई थीं.

Text Size:

संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें सत्र के अध्यक्ष अब्दुल्ला शाहिद ने कहा है कि उन्होंने भारत में बनीं कोविशील्ड टीके की दोनों खुराकें ली हैं.

ब्रिटिश-स्वीडिश दवा कंपनी एस्ट्राजेनेका द्वारा विकसित कोविशील्ड टीके का उत्पादन भारत में पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया करता है.

शाहिद से शुक्रवार को उनकी पहली प्रेस वार्ता में सवाल किया गया था कि क्या किसी कोविड टीके को मान्यता दी जानी चाहिए और उन पर विचार किया जाना चाहिए या उन टीकों पर जिन्हें विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) या किसी अन्य संगठन द्वारा मान्य किया गया है?
इसके जवाब देते हुए उन्होने कहा ‘टीकों के बारे में, यह एक बहुत ही तकनीकी प्रश्न है जो आपने मुझसे पूछा है. मुझे भारत में बना कोविशील्ड टीका लगा है, मुझे दोनों खुराकें मिल गई हैं. मुझे नहीं पता कि कितने देश कहेंगे कि कोविशील्ड स्वीकार्य है या नहीं, लेकिन दुनिया के कई देशों को कोविशील्ड मिला है.’
शाहिद ने हंसते हुए कहा ‘मैं जीवित हूं लेकिन किसी दूसरे को, चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े किसी व्यक्ति को इसपर फैसला लेने दें, मुझे नहीं.’

भारत ने अनुदान, वाणिज्यिक खेपों और कोवैक्स पहल के माध्यम से लगभग 100 देशों को 6.6 करोड़ से अधिक टीकों की खुराकों का निर्यात किया है. शाहिद का देश, मालदीव, जनवरी में भारत निर्मित टीके हासिल करने वाले पहले देशों में से एक था, कोविशील्ड की 1,00,000 खुराक मालदीव भेजी गई थीं.
ब्रिटेन ने शुरू में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा बनाई गई कोविशील्ड को मान्यता देने से इनकार कर दिया था. हालांकि, इस फैसले पर भारत की कड़ी आलोचना के बाद, उसने 22 सितंबर को अपने नए दिशानिर्देशों में संशोधन किया और टीक को शामिल किया.

share & View comments