बेरूत: रूस के आपात राहत अधिकारियों ने बताया कि उनका देश राहत सामग्रियों के साथ पांच विमान बेरूत भेजेगा जहां मंगलवार को धमाके में कम से कम 100 लोगों की मौत हुई है और हजारों लोग घायल हुए हैं.
रूस के आपात स्थिति मामलों का मंत्रालय बचावकर्मी, चिकित्सा कार्यकर्ता और अस्थायी अस्पताल के साथ कोविड-19 जांच के लिए प्रयोगशाला भी लेबनान भेजेगा.
फ्रांस, जॉर्डन और अन्य देशों ने भी कहा कि वे भी मदद भेज रहे हैं.
बेरूत के बंदरगाह में मंगलवार को हुए जबर्दस्त विस्फोट के एक दिन बाद आपात कार्यकर्ता और चिकित्सा कर्मी के रूप में अंतरराष्ट्रीय मदद लेबनान भेजी जा रही हैं. इस धमाके में कम से कम 100 लोगों की मौत हुई है जबकि हजारों लोग घायल हुए हैं.
फ्रांस ने कहा कि वह दर्जनों आपात सेवा कर्मी, मोबाइल चिकित्सा इकाई और 15 टन राहत सामग्री के साथ दो विमानों को भेज रहा है.
फ्रांसीसी राष्ट्रपति एमैन्युअल मैक्रों के कार्यालय ने बताया कि इस राहत सामग्री से 500 घायलों का इलाज किया जा सकेगा.
मैक्रों के कार्यालय ने बताया कि लेबनान में मौजूद फ्रांसीसी शांति रक्षक धमाके के बाद से लेबनानियों की मदद कर रहे हैं.
जॉर्डन ने कहा कि वह सैन्य फील्ड अस्पताल और आवश्यक सामग्री भेज रहा है. मिस्र ने घायलों के इलाज के लिए बेरूत में फील्ड अस्पताल खोला है.
चेक गणराज्य के गृहमंत्री जेन हमासेक ने कहा कि लेबनान ने बेरूत भेजे गए 37 बचावकर्मियों और खोजी कुत्तों के दल की मदद स्वीकार कर ली है.
डेनमार्क ने कहा कि वह मानवीय आधार पर लेबनान को मदद देने को तैयार है. यूनान ने कहा कि वह लेबनानी प्रशासन की हर तरह की मदद को तैयार है.