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Saturday, 20 April, 2024
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रूस यूक्रेन पर ‘कब्जा’ नहीं करना चाहता, बातचीत के लिए तैयार: विदेश मंत्री लावरोव

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मास्को, 25 फरवरी (भाषा) रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने शुक्रवार को कहा कि रूस पड़ोसी देश यूक्रेन पर ‘कब्जा’ नहीं करना चाहता और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के आह्वान पर यूक्रेन की सेना के हथियार डालने के बाद मास्को यूक्रेन के साथ बातचीत के लिए तैयार है।

रूस की सरकारी समाचार एजेंसी ‘तास’ के मुताबिक दोनेत्स्क पीपुल्स रिपब्लिक (डीपीआर) के उप विदेश मंत्री सर्गेई पेरसाडा और लुगांस्क पीपुल्स रिपब्लिक (एलपीआर) के विदेश मंत्री व्लादिस्लाव डेनेगो के साथ बातचीत के बाद लावरोव ने यह टिप्पणी की।

यूक्रेन के खिलाफ रूस का सैन्य अभियान शुरू होने के एक दिन बाद लावरोव ने कहा, ‘‘कोई भी यूक्रेन पर कब्जा नहीं करने जा रहा। अभियान का उद्देश्य बिल्कुल स्पष्ट है: विसैन्यीकरण और नाजी विचारधारा से मुक्ति।’’

रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने 21 फरवरी को यूक्रेन के दो क्षेत्रों की ‘‘स्वतंत्रता’’ को मान्यता देते हुए डीपीआर और एलपीआर के नेताओं के साथ संधियों पर हस्ताक्षर किए।

लावरोव ने कहा है, ‘‘यूक्रेन के सैन्य बलों ने हमारे राष्ट्रपति के आह्वान पर अमल किया तो हम किसी भी समय बातचीत करने के लिए तैयार हैं। वे अपना प्रतिरोध समाप्त करें और अपने हथियार डाल दें। कोई भी उन पर हमला करने और प्रताड़ित करने की योजना नहीं बना रहा है, उन्हें अपने परिवारों के पास वापस जाने दें और यूक्रेन के लोगों को अपना भविष्य तय करने का मौका दें।’’

लावरोव ने संवाददाताओं से कहा कि अगर यूक्रेनी सैनिक हथियार डालकर अपने घर लौटते हैं तो कोई भी उन्हें अपमानित नहीं करेगा।

इस बीच, क्रेमलिन ने शुक्रवार को कहा कि राष्ट्रपति पुतिन यूक्रेन के अधिकारियों के साथ बातचीत के लिए एक प्रतिनिधिमंडल बेलारूस भेजने को तैयार हैं। यह प्रतिक्रिया ऐसे वक्त आई जब यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा कि वह यूक्रेन के लिए एक गुटनिरपेक्ष स्थिति पर चर्चा करने के इच्छुक हैं। रूस की मांग है कि यूक्रेन नाटो का सदस्य बनने का इरादा त्याग दे।

अंतरराष्ट्रीय पाबंदियों और संकट को खत्म करने के आह्वान के बीच पुतिन ने बृहस्पतिवार को यूक्रेन पर सैन्य हमले के आदेश दिए। पुतिन ने अन्य देशों को भी चेतावनी दी कि हस्तक्षेप करने के किसी भी प्रयास के ‘‘ऐसे परिणाम होंगे जो उन्होंने कभी नहीं देखे होंगे।’’

राष्ट्रपति पुतिन ने बृहस्पतिवार सुबह टेलीविजन पर संबोधन में घोषणा की कि डोनबास रिपब्लिक के प्रमुख के अनुरोध के जवाब में, उन्होंने उन लोगों की रक्षा के लिए एक विशेष सैन्य अभियान चलाने का निर्णय लिया है, जो आठ साल से यूक्रेन के शासन के ‘‘दुर्व्यवहार और नरसंहार से पीड़ित हैं।’’

पुतिन ने कहा कि रूसी सैन्य अभियान का उद्देश्य यूक्रेन का ‘‘विसैन्यीकरण’’ सुनिश्चित करना है। पुतिन ने यूक्रेन के सैनिकों से ‘‘तुरंत हथियार डालने और घर लौटने’’ का भी आग्रह किया।

भाषा आशीष सुरेश

सुरेश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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