काबुल : उत्तर पश्चिम अफगानिस्तान में सड़क किनारे हुए बम विस्फोट की चपेट में एक मिनी यात्री बस आ गई और उसमें सवार कम से कम 11 यात्रियों की मौत हो गई, जिनमें तीन बच्चे भी शामिल हैं.
बादगीस प्रांत के गवर्नर हिशामुद्दीन शम्स ने रविवार को बताया कि विस्फोट की वजह से मिनी बस शनिवार को घाटी में गिर गई. उन्होंने कहा कि बचावकर्ता अब भी घाटी में शवों की तलाश कर रहे हैं.
विस्फोट की तत्काल जिम्मेदारी किसी ने नहीं ली है, लेकिन प्रांतीय सरकार ने सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के वास्ते बम रखने के लिए तालिबान पर आरोप लगाया है. तालिबान की ओर से फौरन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है.
उत्तरी फरयाब प्रांत में अधिकारियों ने रविवार को बताया कि एक हफ्ते की लड़ाई के बाद कैसर जिले पर तालिबानी लड़ाकों का नियंत्रण स्थापित हो गया है.
प्रांतीय परिषद के प्रमुख मोहम्मद ताहिर रहमानी ने ‘एसोसिएटिड प्रेस’ को बताया कि प्रांतीय पुलिस प्रमुख सैफुल रहमान लड़ाई में सात अन्य पुलिस कर्मियों के साथ मारे गए हैं.
रहमानी ने कहा कि जिला पहले ही तालिबान के कब्जे में चला गया था लेकिन पुलिस मुख्यालय में मौजूद पुलिस अधिकारी विरोध कर रहे थे. उन्होंने कहा कि तालिबान ने 37 पुलिस कर्मियों को बंधक बना लिया है.
एक प्रांतीय पुलिस अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि पुलिस मुख्यालय के अलावा, मुख्य बाजार और नगरपालिका के दफ्तर पर भी तालिबान का कब्जा हो गया है.
तालिबान ने कैसर जिले पर कब्जे को लेकर तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है लेकिन तालिबान और अफगान सरकार के रक्षा और सुरक्षा बलों ने एक दूसरे के खिलाफ अपने अभियान तेज कर दिए हैं.
रविवार को ही काबुल पुलिस के प्रवक्ता फिरदौस फरामार्ज़ ने कहा कि पूर्वी काबुल में सड़क किनारे किए गए एक बम विस्फोट की चपेट में एक कार आई है जिस वजह से तीन लोग जख्मी हो गए हैं.