ओसाकाः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को ओसाका, जापान में अपने समकक्ष शिंजो आबे से मिलने के लिए पहुंच चुके हैं. मोदी आज सुबह जी -20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए ओसाका पहुंचे. उनके आगमन पर भारतीय प्रवासियों ने ओसाका में स्विसोटल नानकाई होटल में मोदी का स्वागत किया.
Reached Osaka to join the #G20 Summit.
Grateful to the dynamic Indian community for the warm welcome! pic.twitter.com/BrPkl9VJqJ
— Narendra Modi (@narendramodi) June 27, 2019
मोदी ने ट्वीट किया, ‘जी 20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए ओसाका पहुंचा हूं. गर्मजोशी से स्वागत के लिए ऊर्जावान भारतीय समुदाय का आभारी हूं.’
इस बीच, आबे भी ओसाका पहुंच गए हैं और उनके साथ जी 20 शिखर सम्मेलन से पहले द्विपक्षीय बैठकों की एक श्रृंखला होने की उम्मीद है.
आबे के अलावा, मोदी की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ बैठक सहित कई बहुपक्षीय और द्विपक्षीय बैठकों में भाग लेने की उम्मीद है.
ओसाका की अपनी यात्रा से पहले एक बयान में मोदी ने कहा कि वह अन्य वैश्विक नेताओं के साथ दुनिया के सामने मौजूद प्रमुख चुनौतियों और अवसरों पर चर्चा करने के लिए तत्पर हैं. उन्होंने कहा, ‘महिला सशक्तीकरण, डिजिटलाइजेशन और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से जुड़े मुद्दे और सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने में प्रगति और आतंकवाद और जलवायु परिवर्तन जैसी प्रमुख वैश्विक चुनौतियों के समाधान के लिए हमारे साझा प्रयासों में शिखर सम्मेलन में बड़े एजेंडे हैं.’
प्रधान मंत्री ने कहा कि शिखर सम्मेलन ‘बहुपक्षी सुधार’ के लिए भारत के मजबूत समर्थन को सुदृढ़ करने के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करेगा, जो तेजी से बदलती दुनिया में नियम-आधारित अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था के संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि शिखर सम्मेलन में आतंकवाद और जलवायु परिवर्तन जैसी वैश्विक चुनौतियों का मुकाबला करने में हुई प्रगति पर चर्चा की जाएगी और यह पिछले पांच वर्षों के भारत के विकास के अनुभव को साझा करने के लिए एक मंच भी होगा.
बता दें कि भारत ने अब तक आयोजित सभी जी-20 शिखर सम्मेलनों में भाग लिया है और 2022 में पहली बार शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा. मोदी जापान में जी 20 शिखर सम्मेलन के मौके पर फ्रांस, जापान, इंडोनेशिया, अमेरिका और तुर्की के साथ 10 द्विपक्षीय बैठकें करेंगे.
वहीं भारत, रूस और चीन की त्रिपक्षीय बैठक (आरआईसी) की उम्मीद है. प्रधानमंत्री ब्रिक्स देशों के नेताओं से भी मुलाकात करेंगे.
शिखर ‘ह्यूमन-सेंटर्ड फ्यूचर सोसाइटी’ थीम के आसपास केंद्रित है और एक घोषणा को अपनाएगा.
भारत और मेजबान जापान के अलावा बैठक में अन्य भागीदारी करने वाले देश अमेरिका, ब्रिटेन, यूरोपीय संघ, अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, रूस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मैक्सिको, कोरिया, दक्षिण अफ्रीका, रूस, सऊदी अरब और तुर्की शामिल हैं.
डोनाल्ड ट्रंप मोदी से अमेरिकी सामानों पर टैरिफ घटाने की मांग करेंगे
I look forward to speaking with Prime Minister Modi about the fact that India, for years having put very high Tariffs against the United States, just recently increased the Tariffs even further. This is unacceptable and the Tariffs must be withdrawn!
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) June 27, 2019
वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत द्वारा अमेरिकी सामानों पर लगाये गये भारी टैरिफ को लेकर नाराजगी व्यक्त की है. उन्होंने कहा हाल ही में इस टैरिफ को और बढ़ाया गया है. इसे वापस लिया जाना चाहिए. यह अस्वीकार्य है. इसके अलावा ट्रंप मोदी से ईरान-अमेरिका के बीच तनाव को लेकर बात कर सकते हैं.