इस्लामाबाद, दो नवंबर (भाषा) इमरान खान ने बुधवार को पाकिस्तान के लोगों से अपने अधिकारों के लिए खड़े होने का आह्वान किया और अपने विरोधियों पर निशाना साधते हुए कहा कि गठबंधन सरकार इससे संबंधित लोगों के भ्रष्टाचार के मामलों को खत्म करने के लिए एक ‘‘सौदे’’ के जरिए सत्ता में आई है।
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के प्रमुख ने अपने विरोध मार्च के छठे दिन की शुरुआत में पंजाब प्रांत के गुजरांवाला में अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ लौटने के लिए तैयार हो रहे हैं, जबकि उनके भाई और मौजूदा प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों को एक ‘सौदे’ के तहत सुलझा लिया है।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने भी अपने खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों का निपटारा करा लिया है।
खान ने कहा, ‘मैं जो देख रहा हूं वह यह है कि केवल छोटे लोग पकड़े जाएंगे और अमीर बच जाएंगे।’ उन्होंने यह भी कहा कि अपराधी अब नेता बन गए हैं।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का सबसे बड़ा मुद्दा यह है कि भ्रष्ट लोग बिना किसी जवाबदेही के नेतृत्व में आ जाते हैं।
शहबाज के खिलाफ एक मामले को लेकर खान ने आरोप लगाया कि मौजूदा प्रधानमंत्री 16 अरब रुपये के भ्रष्टाचार के मामलों में दोषी ठहराए जाने के करीब थे, लेकिन एक ‘‘सौदे’’ के चलते वह बच गए और प्रधानमंत्री बन गए।
उन्होंने शहबाज के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों की जांच कर रहे अधिकारियों की मौत पर भी सवाल उठाया और कहा कि एक के बाद एक सभी अधिकारी मारे गए। खान ने कहा कि किसी ने भी यह नहीं पूछा कि जांच में शामिल अधिकारियों की अचानक कैसे मौत हो गई।
खान ने कहा कि लोगों को अपने अधिकारों के लिए खड़ा होना चाहिए, अन्यथा उन्हें न्याय नहीं मिलेगा।
मार्च की शुरुआत में, उनके करीबी विश्वासपात्र फैसल जावेद ने प्रतिभागियों को संविधान का पालन करने और उनके ‘संघर्ष’ में खान का समर्थन करने की शपथ दिलाई।
इस बीच, इस्लामाबाद की ओर विरोध मार्च की धीमी गति की आलोचना के बाद, इसके नेता फवाद चौधरी ने पलटवार करते हुए कहा कि यह अपनी गति से आगे बढ़ेगा। उन्होंने कहा, ‘‘हम सरकार को चकमा देने के लिए इस्लामाबाद पहुंचने की अपनी योजना में भी बदलाव करते रहेंगे।’’
पार्टी के मार्च को अब छह दिन हो चुके हैं। प्रारंभिक योजना के अनुसार, इसे सात दिन में इस्लामाबाद पहुंचना था।
मार्च चार नवंबर को इस्लामाबाद पहुंचने वाला था, लेकिन पीटीआई महासचिव असद उमर ने कहा कि अब यह काफिला 11 नवंबर को राजधानी पहुंचेगा।
इस बीच, इस्लामाबाद पुलिस ने कहा कि वह संघीय राजधानी में शांति सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी।
पंजाब प्रांत के गृह विभाग ने भी पीटीआई के मार्च के पहुंचने से पहले रावलपिंडी के लिए हाई अलर्ट जारी किया है।
खान देश में जल्द नया चुनाव कराए जाने की मांग करते आ रहे हैं और वह अपनी मांगों को लेकर इस्लामाबाद की ओर लंबे मार्च का नेतृत्व कर रहे हैं।
भाषा नेत्रपाल वैभव
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