scorecardresearch
Saturday, 4 May, 2024
होमविदेश'हां, मैं प्लेबॉय था', इमरान खान ने पाकिस्तान के पूर्व सेना प्रमुख बाजवा की टिप्पणी का दिया जवाब

‘हां, मैं प्लेबॉय था’, इमरान खान ने पाकिस्तान के पूर्व सेना प्रमुख बाजवा की टिप्पणी का दिया जवाब

खान, लाहौर में मीडियकर्मियों के से बातचीत करते हुए आरोप लगाया कि बाजवा, 'हमारी पीठ में छुरा घोंप रहे थे और हमदर्दी भी दिखा रहे थे'.

Text Size:

इस्लामाबाद: द न्यूज इंटरनेशनल की जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान के पूर्व प्रधान मंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के प्रमुख इमरान खान ने स्वीकार किया कि सत्ता से बेदखल होने से पहले पूर्व सेना प्रमुख जनरल (सेवानिवृत्त) कमर जावेद बाजवा ने उन्हें ‘प्लेबॉय’ कहा था.

लाहौर में मीडियाकर्मियों से बातचीत में खान ने कहा, ‘जनरल बाजवा ने मुझे प्लेबॉय कहा था, और मैंने जवाब में कहा था, ‘हां, मैं एक प्लेबॉय था.’ बाजवा मेरी पीठ में छूरा भोंक रहे थे और सहानिभूति भी दिखा रहे थे.’

उन्होंने दावा किया कि बाजवा का सेट-अप अभी भी पाकिस्तानी सेना के साथ काम कर रहा है. द न्यूज इंटरनेशनल के मुताबिक, खान ने किसी का नाम लिए बिना कहा, ‘पाकिस्तान में, सत्ता प्रतिष्ठान एक व्यक्ति के नाम पर है.’

बाजवा के साथ अपने संबंधों की बात करते हुए पूर्व पीएम ने कहा कि पूर्व सेना प्रमुख देश में जवाबदेही नहीं चाहते हैं, इसलिए उनके साथ उनके संबंध खराब हुए.

एक सवाल का जिक्र करते हुए इमरान ने कहा बाजवा पीठ में छूरा घोंपने के बाद उनके साथ सहानुभूति जता रहे थे.

अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक

दिप्रिंट आपके लिए ले कर आता है कहानियां जो आपको पढ़नी चाहिए, वो भी वहां से जहां वे हो रही हैं

हम इसे तभी जारी रख सकते हैं अगर आप हमारी रिपोर्टिंग, लेखन और तस्वीरों के लिए हमारा सहयोग करें.

अभी सब्सक्राइब करें

पिछले साल अप्रैल में संवैधानिक रूप से सत्ता से हटाए गए खान ने बाजवा पर अमेरिका में पैरवी करने के लिए वहां पाकिस्तान के पूर्व राजदूत हुसैन हक्कानी की सेवाएं लेने का आरोप लगाया.

नागरिक और सैन्य नेतृत्व के बीच बढ़ती दरार के बीच 2011 में एबटाबाद में अमेरिकी छापे के बाद तथाकथित मेमो के माध्यम से हक्कानी पर पाकिस्तान की सेना के खिलाफ अमेरिकी कार्रवाई की मांग का आरोप लगाया गया था. द न्यूज इंटरनेशनल के अनुसार, उन पर उचित प्रक्रिया के बिना अमेरिकियों को वीजा जारी करने, संबंधित अधिकारियों को दरकिनार करने और फंड का गबन करने का आरोप लगाया गया था.

द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने बताया कि संसद में लौटने को लेकर उनके राय के बारे में पूछे जाने पर, खान ने कहा कि नेशनल असेंबली में लौटने से कोई लाभ नहीं है.

उन्होंने कहा, ‘नेशनल जाकर हम क्या करेंगे, वहां जाने से कोई फायदा नहीं है.’

एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, ‘पूर्व प्रधानमंत्री ने दोहराया कि पारदर्शी चुनाव देश में स्थिरता लाएगा. देश में पारदर्शी चुनाव हो, स्थाई सरकार बने.’

खान ने कहा कि सत्ता प्रतिष्ठान देश को सभी परेशानियों से उबारने में अहम भूमिका निभा सकता है.

एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, ‘पंजाब के मुख्यमंत्री परवेज इलाही के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव दाखिल करने वाले सत्तारूढ़ गठबंधन के बारे में बात करते हुए, इमरान ने दावा किया कि ‘सत्ता प्रतिष्ठान ने हमारे (पीटीआई) पंजाब विधानसभा के तीन सदस्यों को विश्वास मत के लिए तटस्थ रहने के लिए कहा था.’

हाल ही में, खान ने ‘देश को आतंकवादी घटनाओं की ओर धकेलने’ के लिए पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट के नेतृत्व वाली सरकार की आलोचना की थी. उन्होंने पार्टी के वरिष्ठ नेतृत्व और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-कायद के नेता मूनिस इलाही की मौजूदगी में हुई एक सलाहकार बैठक के दौरान यह टिप्पणी की थी.

द न्यूज इंटरनेशनल ने इमरान खान के हवाले से कहा, ‘थोपे गए, भ्रष्ट और अक्षम शासक देश को (आतंकी) घटनाओं की ओर धकेल रहे हैं.’

इमरान खान अक्सर राष्ट्रीय सुरक्षा पर पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के सह-अध्यक्ष आसिफ अली जरदारी और विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी की आलोचना करते रहे हैं.

उनका यह बयान तब आया है जब पाकिस्तान में आतंकी हमले बढ़े हैं, खासतौर से खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान में.

द न्यूज इंटरनेशनल ने खान के हवाले से कहा, ‘(आसिफ) जरदारी के राजनीतिक रूप से अपरिपक्व बेटे की दया पर राष्ट्रीय सुरक्षा को छोड़ना आपराधिक बेवकूफी है.’


यह भी पढ़ें: ‘दुर्घटना नहीं हत्या’- सुल्तानपुरी हादसे पर आक्रोशित परिजन, स्थानीय लोगों ने की न्याय की मांग


 

share & View comments