वाशिंगटन: अमेरिका के विदेश मंत्री टोनी ब्लिंकन ने कहा कि अमेरिका केवल अफगानिस्तान से अपने सैनिकों को वापस बुला रहा है, देश में अपनी मौजूदी खत्म नहीं कर रहा और वह आर्थिक तथा मानवीय सहायता प्रदान करने के लिए वहां एक मजबूत राजनयिक उपस्थिति बनाए रखने को प्रतिबद्ध है.
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के निर्देश पर अमेरिकी सैनिकों को सितंबर तक अफगानिस्तान से वापस बुलाने का काम शुरू हो गया है. युद्ध प्रभावित देश से अभी तक उसके आधे सैनिक लौट भी आए हैं.
‘सीनेट एप्रोप्रिएशन कमेटी’ के समक्ष विदेश मंत्रालय के 2022 के बजट के अनुरोध पर बहस के दौरान सांसदों से कहा, ‘हम अफगानिस्तान से केवल अपने सैनिकों को वापस बुला रहे हैं, लेकिन अपनी मौजूदगी वहां समाप्त नहीं कर रहे. हम वहां एक मजबूत राजनयिक उपस्थिति बनाए रखने को प्रतिबद्ध हैं. साथ ही अन्य देश भी.’
अफगानिस्तान में महिलाओं एवं बच्चों से जुड़ी योजनाओं सहित विभिन्न योजनाओं के भविष्य पर सांसदों के संदेह पर ब्लिंकन ने आश्वासन दिया कि कांग्रेस के समर्थन से ये योजनाएं जारी रहेंगी.
उन्होंने कहा कि जो सरकार लोगों और उनके हितों का प्रतिनिधित्व करती हैं, उस सरकार का अमेरिका और अंतरराष्ट्रीय समुदाय समर्थन करता है.
विदेश मंत्री ने कहा, ‘अभी, सरकार और तालिबान के बीच बातचीत जारी है… यह देखने के लिए क्या वे युद्ध समाप्त कर शांतिपूर्ण तरीके से रहने को सहमत हो सकते हैं. लेकिन यह स्पष्ट है कि हम केवल अपने सैनिक अफगानिस्तान से वापस बुला रहे हैं, अपनी मौजूदगी वहां खत्म नहीं कर रहे. हम यह सुनिश्चित करने के लिए वहां एक मजबूत उपस्थिति बनाने को प्रतिबद्ध हैं कि हम आर्थिक एवं मानवीय विकास और अफगानिस्तान सरकार तथा अफगानिस्तान के लोगों की सुरक्षा संबंधी सहायता करना जारी रख सकें.’
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