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Thursday, 21 November, 2024
होमविदेश‘अब हमारी शक्ति बढ़ रही है’, G7 शिखर सम्मेलन में बोले ज़ेलेंस्की- लोकतंत्र बचाने के लिए और मदद चाहिए

‘अब हमारी शक्ति बढ़ रही है’, G7 शिखर सम्मेलन में बोले ज़ेलेंस्की- लोकतंत्र बचाने के लिए और मदद चाहिए

G7 शिखर सम्मेलन में जापान के निमंत्रण पर यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की शनिवार को हिरोशिमा पहुंचे थे. आज उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात की.

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नई दिल्ली: यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने रविवार को कहा वह अपने सभी सहयोगियों और भागीदारों का आभार व्यक्त करते हैं जिन-जिन देशों ने उन्हें संकट की घड़ी में सहयोग किया है. उन्होंने कहा, “हमने सहयोग का एक स्तर हासिल किया है जो लोकतंत्र, अंतरराष्ट्रीय कानून और स्वतंत्रता का सम्मान करता है.”

ज़ेलेंस्की ने कहा, “हमारे सभी सहयोगियों और भागीदारों के साथ मिलकर सहयोग का ऐसा स्तर हासिल किया है जो यह सुनिश्चित करता है कि लोकतंत्र, अंतर्राष्ट्रीय कानून और स्वतंत्रता का सम्मान हो. हम उसे महत्व देते हैं जिसे अनदेखा और अवहेलना करने का प्रयास किया गया है. लेकिन अब यह असंभव है. अब हमारी शक्ति बढ़ रही है. जो कोई भी लोकतांत्रिक देश के खिलाफ आक्रामकता दिखाता है, वह यह देख रहा है कि उसका क्या परिणाम होगा.”

उन्होंने आगे कहा, “हम जितना साथ मिलकर काम करेंगे, इस बात की संभावना उतनी ही कम होगी कि कोई देश रूस के रास्ते पर चले. लेकिन अभी जो हो रहा है वह पर्याप्त नहीं है. लोकतंत्र को बचाने के लिए और अधिक चाहिए. मुझे लगता है कि हमें लोकतंत्र के लिए स्पष्ट वैश्विक नेतृत्व की आवश्यकता है. यहां मुख्य बात यह है कि हम सब मिलकर एक दूसरे का सहयोग करें.”

यूक्रेन के राष्ट्रपति शनिवार को G7 में भाग लेने हिरोशिमा पहुंचे और उन्होंने यहां भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, यूके के पीएम ऋषि सुनक और कनाडा के नेता जस्टिन ट्रूडो से मुलाकात की.

पीएम मोदी के साथ अपनी बैठक के दौरान, ज़ेलेंस्की ने उन्हें यूक्रेनी शांति सूत्र पहल में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया और देश की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता का समर्थन करने के लिए उन्हें धन्यवाद भी दिया.

ट्विटर पर ज़ेलेंस्की ने कहा, “जापान में भारत के प्रधानमंत्री @narendramodi के साथ एक बैठक हुई. मैंने वार्ताकार को यूक्रेनी शांति सूत्र पहल के बारे में विस्तार से जानकारी दी और भारत को इसके कार्यान्वयन में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया. मैंने मानवीय विनाश और यूक्रेन की जरूरतों के बारे में बात की. मैं भारत को हमारे देश की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता का समर्थन करने के लिए, विशेष रूप से अंतरराष्ट्रीय संगठनों के मंचों पर और यूक्रेन को मानवीय सहायता प्रदान करने के लिए धन्यवाद देता हूं.”

इस बीच, बैठक में पीएम मोदी ने भरोसा दिलाया कि यूक्रेन विवाद को सुलझाने में मदद के लिए जो भी संभव होगा वह करेंगे. पीएम मोदी ने कहा, “मेरा देश और मैं संघर्ष को हल करने के लिए जो कुछ भी कर सकते हैं, करेंगे.”

पिछले साल 24 फरवरी को शुरू हुए रूस-यूक्रेन संघर्ष के बाद दोनों नेताओं के बीच यह पहली मुलाकात है.

पीएम मोदी ने कहा, ‘पिछले 1-1.5 साल से हमारी टेलीफोन पर बातचीत होती रही है, लेकिन ग्लासगो के बाद हम लंबे समय बाद मिल रहे हैं.’

यूक्रेनी राष्ट्रपति शक्तिशाली समूह G7 के वर्तमान अध्यक्ष जापान के निमंत्रण पर शिखर सम्मेलन में भाग ले रहे हैं.


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