नई दिल्ली : रेक्जेन्स प्रायद्वीप के दक्षिण-पश्चिमी क्षेत्र में कई भूकंप के झटकों के बाद ज्वालामुखी विस्फोट की आशंका के कारण आइसलैंड ने आपातकाल की घोषणा कर दी है. आइसलैंडिक मौसम कार्यालय के अनुसार, 9 नवंबर के बाद से, इस क्षेत्र में कम से कम 2,306 भूकंप आए हैं, जिनमें से सबसे शक्तिशाली तीव्रता वाला भूकंप रिक्टर पैमाने पर 5.2 मापा गया है.
मौसम कार्यालय द्वारा दी गई अस्थाई या अल्पकालिक जानकारी के अनुसार, शुक्रवार शाम 5.25 बजे से शाम 5.35 बजे के बीच, इस क्षेत्र में भूकंप के 14 झटके आए, जिनमें से प्रत्येक की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 3.0 से ऊपर थी, शाम 5.30 बजे सबसे शक्तिशाली भूकंप 5.2 तीव्रता का था.
मौसम कार्यालय द्वारा शुक्रवार को नागरिक सुरक्षा और आपातकालीन विभाग को सूचित करने के बाद ग्रिंडाविक शहर को खाली करा लिया गया है कि इस संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है कि “वर्तमान में बन रही मैग्मा सुरंग” शहर तक न पहुंच जाए.
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नागरिक सुरक्षा विभाग ने एक बयान में पुष्टि की कि शनिवार सुबह साढ़े 4 बजे तक ग्रिंडाविक में रहने वाले सभी लोगों को निकाल लिया गया था.
शुक्रवार को प्रकाशित बयान में कहा गया, “सुडर्नस पुलिस आयुक्त ने नागरिक सुरक्षा एजेंसी के परामर्श से ग्रिंडाविक शहर को खाली कराने का फैसला किया है और नागरिक सुरक्षा एजेंसी ने इसके साथ ही आपातकालीन फेज की घोषणा कर दी है.”
इसमें कहा गया है, “मौसम कार्यालय के नवीनतम आंकड़ों से पता चलता है कि काफी विस्थापन हुआ है और एक बड़ी मैग्मा सुरंग बन रही है और यह खुल सकती है, जो फिर दक्षिण-पश्चिम से उत्तर-पूर्व की ओर चलेगी. यह निर्णय निवासियों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर लिया गया है. यह महत्वपूर्ण है कि हर कोई शांत रहे, क्योंकि हमारे पास प्रतिक्रिया देने के लिए पर्याप्त समय है.”
कई भूकंपों के झटकों के कारण, आइसलैंड का प्रतिष्ठित ब्लू लैगून जियोथर्मल स्पा, जो कथित तौर पर दुनिया का सबसे “आरामदायक” पर्यटक का आकर्षण है, 16 नवंबर तक अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है.
एसोसिएटेड प्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, गुरुवार के शुरुआती घंटों में, वहां आए मेहमान, जब उनकी नींद रिक्टर पैमाने पर 4.8 की तीव्रता वाले भूकंप से खुली तो वे ब्लू लैगून के आसपास के होटलों को छोड़ने के लिए दौड़ पड़े, जो 25 अक्टूबर को शुरू हुई भूकंपीय गतिविधि के बाद से इस क्षेत्र में सबसे मजबूत भूकंप था.
कुछ अनुमानों के अनुसार, मानव निर्मित लैगून में प्रति वर्ष लगभग 7,00,000 पर्यटक आते हैं.
आइसलैंड के ज्वालामुखी
2021 से पहले आइसलैंड में औसतन हर 5 साल में एक ज्वालामुखी विस्फोट होता था. आइसलैंड में लगभग 32 सक्रिय ज्वालामुखी हैं. हालांकि, 2021, 2022 और 2023 में, फ़ग्राडल्सफ़जाल क्षेत्र में विस्फोट हुए हैं, जिससे उनके बीच की यह समय अवधि लगभग 12 महीने कम हो गई है.
आधुनिक दौर में याद करें तो, आइसलैंड में सबसे चर्चित ज्वालामुखी विस्फोटों में से एक 2010 में आईजफजल्लाजोकुल में देखी गई श्रृंखला थी, जिसके विस्फोट से निकली राख के परिणामस्वरूप यूरोप भर में सैकड़ों हजारों यात्री फंस गए थे.
1,00,000 से अधिक उड़ानें रोक दी गईं, जिससे हवाई यात्रा में कई दिनों की देरी हुई.
(अनुवाद और संपादन : इन्द्रजीत)
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