वाशिंगटन: अमेरिकी मीडिया टाइकून माइकल ब्लूमबर्ग ने सुपर ट्यूजडे में जबरदस्त हार के बाद बुधवार को कहा कि वह डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार की दावेदारी की दौड़ से हट रहे हैं और इसके साथ ही उन्होंने बाइडेन के समर्थन का ऐलान किया .
ब्लूमबर्ग ने बयान जारी कर कहा, ‘तीन महीने पहले, मैं डोनाल्ड ट्रंप को हराने के लिए राष्ट्रपति पद के दावेदारी की दौड़ में शामिल हुआ . आज मैं डोनाल्ड ट्रंप को हराने के लिए ही इस दौड़ से हट रहा हूं क्योंकि मुझे यह स्पष्ट हो गया है कि इसमें बने रहने से यह उपलब्धि हासिल करने में कठिनाई होगी .
Three months ago, I entered the race to defeat Donald Trump. Today, I'm leaving for the same reason. Defeating Trump starts with uniting behind the candidate with the best shot to do it. It's clear that is my friend and a great American, @JoeBiden. pic.twitter.com/cNJDIQHS75
— Mike Bloomberg (@MikeBloomberg) March 4, 2020
न्यूयार्क के मेयर रह चुके ब्लूमबर्ग ने राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार की दावेदारी के लिए प्रचार में लाखों करोड़ डालर खर्च किये थे, लेकिन सुपर ट्यूजडे में 14 राज्यों में से एक भी राज्य में जीत हासिल नहीं कर सके .
‘सुपर ट्यूसडे’ में बर्नी सैंडर्स की जीत
बता दें कि अमेरिका में नवंबर में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को चुनौती देने के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से उम्मीदवारी की दौड़ में पूर्व उपराष्ट्रपति एवं मध्यमार्गी जो बाइडन ने ‘सुपर ट्यूसडे’ प्राइमरी में वामपंथी बर्नी सैंडर्स पर कई जीत दर्ज की थी. जिसके बाद से ही ब्लूमबर्ग ने इस रेस से हटने का फैसला लिया.
चौदह प्रांतों में, अमेरिकी टीवी नेटवर्कों ने मध्यमार्गी बाइडन के लिए अब तक नौ जीत की संभावना जताई जा रही थी. देश के दक्षिणी हिस्से में अफ्रीकी मूल के अमेरीकियों के बीच उनके लिए मजबूत समर्थन दिखता नजर आ रहा है.
बाइडन ने टेक्सास में डेमोक्रेटिक प्राइमरी जीत ली
सैंडर्स को अब तक तीन प्रांतों में जीत मिली है जिनमें उनका गृह राज्य वेरमोंट, और कोलारेडो तथा पश्चिमी प्रांत उताह शामिल हैं. वह मिनिसोटा और ओकलाहामा में हार गए हैं जहां उन्होंने 2016 में हिलेरी क्लिंटन को हराया था.
उल्लेखनीय है कि सीनेटर एमी क्लोबुचर और इंडियाना के पूर्व मेयर पीट बुटीगीज ने न सिर्फ यह घोषणा की कि वे इस पद के लिये दौड़ से खुद को बाहर कर रहे हैं, बल्कि उन्होंने तीन नवंबर को होने वाले चुनावों में 77 वर्षीय जो बाइडन की दावेदारी के समर्थन का भी ऐलान किया है.
पिछले साल नवंबर में राष्ट्रपति पद की दौड़ से खुद के अलग होने का ऐलान करने वाले पूर्व अमेरिकी सांसद बेटो ओ-रोर्के ने भी बाइडन को समर्थन दिया है.